करनाल। शहर के अंदर हाईवे पर स्ट्रीट लाइटें बंद रहने से अंधेरा छाया रहता है, लेकिन इन स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है। जबकि यहां अंधेरा रहने से वाहन चालकाें की सुरक्षा काे खतरा रहता है। हाईवे पर रोशनी होने से रात के वक्त दृश्यता बेहतर रहती है। साथ ही वाहनों के टकराने की संभावना भी कम हो जाती है। हाईवे के किनारे खड़े वाहनों में पीछे आ रहे वाहन टकराने की संभावना बेहद कम रहती है।
एक अनुमान के मुताबिक रास्ते पर पर्याप्त रोशनी हो तो हादसों पर 50 प्रतिशत तक लगाम लगाई जा सकती है। इतना ही नहीं लोग खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और अपराधों पर भी अंकुश लगता है। करनाल में हालात यह हैं कि स्ट्रीट लाइट के बल्ब चोरी हो जा रहे हैं और अंधेरा छा रहा है।
कैथल रोड पर अंधेरा छाया हुआ है। रात में सड़क सुनसान है और ऊपर से घुप अंधेरा है। आते-जाते वाहन गुजरते समय तेज रफ्तार वाहनों की चपेट में आने का खतरा रहता है। यहां पर कई महीनों से स्ट्रीट लाइट बंद है। प्रशासन की ओर से इस मार्ग पर रोशनी करने की ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।
रेलवे रोड फ्लाईओवर का भी यही हाल है। यहां भी अंधेरा छाया रहता है। स्ट्रीट लाइट के खंभे शो पीस बने हैं। इनकी स्ट्रीट लाइट रोशनी नहीं देती है। यह मार्ग रात में भी व्यस्त रहता है। वाहनों की रफ्तार इस फ्लाईओवर पर बेहद तेज होती है, इसके बावजूद यहां पर अंधेरा छाया रहता है। सुरक्षा के लिहाज से स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत नहीं की जा रही।
आईटीआई चौक पर ग्लोसाइन बोर्ड ही वाहनों की रोशनी से चमकते नजर आएंगे। इनकी चमक आपकाे हादसे से बचाने में सहायक है, लेकिन मुख्य चौराहा होने के बावजूद यहां रोशनी नहीं है। खंभे लगे हैं, लेकिन कोई भी रोशनी देने के लायक नहीं है न ही कोई इन स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के बारे में सोच रहा।