हिमाचल प्रदेश के मनाली जिले के जगतसुख गांव में गुरुवार रात करीब 12 बजे बादल फट गया। इसके बाद साथ लगते नाले से सड़क पर मलबा आ गया, जिससे सड़क अवरुद्ध हो गईं और 6 के करीब गाड़ियों को मलबे से नुकसान पहुंचा। वहीं रात में इतना मलबा और बाढ़ देख लोग दहशत में आ गए।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी 24 जुलाई तक कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने का यलो अलर्ट जारी कर रखा है। कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है, जिससे नदी नालों में बाढ़ आने की आशंका है। इसे देखते हुए लोगों से सावधान रहने को कहा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 26 जुलाई तक बारिश से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
प्रदेश में खराब मौसम और सड़कों की दयनीय हालत को देखते हुए कई सब डिवीजन में स्कूल 22 जुलाई तक बंद कर दिए गए हैं। आनी, निचार, सांगला, ठियोग, जुब्बल-कोटखाई, कुमारसैन, रोहड़ू इत्यादि क्षेत्रों में मानसून ब्रेक तीसरी बार बढ़ाया गया है।
24 घंटे के दौरान यहां-यहां हुई थी तबाही
प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश से बहुत तबाही हुई है। शिमला जिले के ननखड़ी में तीन मंजिला मकान देखते ही देखते ढह गया। गनीमत यह रही कि मकान को पहले ही खाली करा लिया गया था।
किन्नौर के कमरू नाला में बाढ़ से 27 गाड़ियां बह गईं। इससे 10 घ्राट और 12 बागवानों के सेब बगीचों को भी नुकसान हुआ। कोटखाई में कार पर पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक घायल है। सांगला, रोहड़ू के खरशाली और रामपुर में भी भारी बारिश ने बहुत नुकसान किया। हाटकोटी त्यूणी सड़क पर स्नेल के पास गाड़ी पर लैंडस्लाइड हुआ, इससे कार चकनाचूर हो गई।
676 सड़कें बंद, 720 से ज्यादा रूट ठप
प्रदेश में पिछले सप्ताह की भारी बारिश के बाद 676 सड़कें 11 दिन से बंद पड़ी हैं। 720 से ज्यादा रूट्स पर बस सेवाएं सप्ताह से भी अधिक समय से ठप हैं। लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बंद होने से सेब ढुलाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है। 1,138 बिजली के ट्रांसफार्मर भी बंद हैं, जिससे लोगों की रात एक सप्ताह से अंधेरे में बीत रही है।
4,808 करोड़ की संपत्ति तबाह हो चुकी है
प्रदेश में 4,808 करोड़ रुपए से ज्यादा की सरकारी व निजी संपत्ति भारी बारिश से तबाह हो गई है। अकेले जल शक्ति विभाग की 1,440 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग की 1,521 करोड़ और बिजली बोर्ड की 1,451 करोड़ रुपए की संपत्ति बर्बाद हुई।
138 लोगों की जा चुकी है जान
प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 138 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें 38 लोगों की जान लैंड स्लाइड व फ्लैश फ्लड के कारण हुई है। 12 लोग अभी भी लापता हैं।