हिमाचल के कुल्लू-मंडी में ब्यास नदी ने कैसे तबाही मचाई। इसके कारणों का पता लगाया जाएगा। कुल्लू दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने विशेषज्ञ की एक कमेटी का गठन किया है,जो नदी के तबाही के कारणों का पता लगाएगी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में जान व माल के नुकसान से बचने को एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
नितिन गडकरी ने कहा कि कुल्लू आने से पहले वह जितना नुकसान समझ रहे थे, हकीकत में तबाही उससे कही ज्यादा है। नदी ने सब कुछ बहा दिया। इसलिए नदी के बारे में अध्ययन जरूरी है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री को भी दिल्ली बुलाएंगे और जो संभव होगा, वो किया जाएगा।
पीएम से कराएंगे चंडीगढ़-मनाली सड़क का उद्घाटन
नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने आज चंडीगढ़-मनाली सड़क का भी निरीक्षण किया है, दो-तीन महीने में काम पूरा करेंगे और प्रधानमंत्री से उद्घाटन कराएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिमाचल में आपदा को लेकर गंभीर है। केंद्र आपदा की इस घड़ी में हर संभव मदद करेगी।
सीएम सुक्खू को कमेटी गठित करने का सुझाव दिया
नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री सुक्खू को एक टेक्निकल कमेटी बनाने का सुझाव दिया, जो नदी में सिल्ट और पत्थर से ऊपर चढ़ रहे वाटर लेवल को कम करने से सुझाव देगी, ताकि नदी को गहरा करके पानी इधर-उधर न भाग पाए। इससे बाढ़ में भी नुकसान कम होगा।
उन्होंने कहा कि नदी से निकलने वाले पत्थर से NHAI नदी किनारे बड़ी-बड़ी दीवारे लगाएगा। इससे नुकसान को कम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में नेशनल हाईवे और ब्रिज को जो डेमेज हुआ है, उसे दुरुस्त किया जाएगा। उसका खर्चा NHAI करेगा।
दिल्ली जाते ही वो 80 करोड़ करेंगे जारी: बोले नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि स्टेट के आग्रह पर हाईवे को मुरम्मत के लिए 80 करोड़ रुपए दिल्ली जाते ही रिजिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि CRF और सेतू भारत योजना के तहत 350 करोड़ रुपए देने की घोषणा करता हूं। उन्होंने हमीरपुर जिले में रंगस में 50 करोड़ से बननी प्रस्तावित 15 KM लंबी सड़क और चंबा में 53 करोड़ की शाहपुर से चौरी सड़क को भी मंजूरी दी।
बिजली महादेव प्रोजेक्ट के टेंडर को 15 अगस्त तक
नितिन गडकरी ने कहा कि कुल्लू के बिजली महादेव में 250 करोड़ के रोपवे प्रोजेक्ट का जल्द काम शुरू होगा। 15 अगस्त तक इसका काम अवार्ड कर दिया जाएगा।
हिमाचल में 11 टनल बनाली
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस तबाही से बचने का उपाय टनल है। मगर इन पर खर्चा बहुत आता है। केंद्र में उनकी सरकार बनने के बाद 12500 करोड़ खर्च करके 68 टनल प्रस्तावित की है, उसमें 15 किलोमीटर की 11 टनल पूरी कर ली है, जिस पर 2000 करोड़ की लागत आ चुकी है। प्रस्तावित टनल प्रोजेक्ट पाइपलाइन में है। इनकी कीमत 3700 करोड़ है।
एक दिन के दौरे के दौरान उन्होंने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अधिकारियों को सड़कें जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।
कुल्लू-मंडी का किया हवाई सर्वेक्षण
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने सुबह के वक्त कुल्लू-मनाली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह के साथ भारी बारिश से कुल्लू-मनाली में हुई तबाही का हवाई सर्वेक्षण किया।