( गगन थिंद ) हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में एक माह में सबसे बड़ा आतंकी हमला अंजाम दिया गया। हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को पिछले कुछ दिनों से लगातार मिल रहे थे। ऐसे में कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। बाकायदा सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश थे। यह स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार को खुल रहा था। सुरक्षाबलों के एक वाहन को आतंकियों ने जिले के दूरदराज लोहाई मल्हार के बदनोता से सटे इलाके में निशाना बनाया। सुरक्षाबलों के वाहन पर ग्रेनेड फेंकने के बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। इसके बाद मुठभेड़ जारी रही। उधर, हमले की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों को घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है। बिलावर और लोहाई मल्हार से जहां पुलिस पार्टियां तत्काल रवाना कर दी गईं। वहीं एसओजी की टीम के साथ-साथ जिले के विभिन्न थानों से नफरी को भी रवाना कर दिया गया है। बनी के ढग्गर इलाके को सेना और पुलिस ने घेर लिया है। जानकारी के अनुसार आतंकियों के सफाए के लिए उधमपुर से भी सुरक्षाबलों को घेराबंदी में लगा दिया गया है। उधर, भारी संख्या में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
सुरक्षा एजेंसियों को कुछ दिनों से मिल रहे थे आतंकी हमले के इनपुट
हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को पिछले कुछ दिनों से लगातार मिल रहे थे। ऐसे में कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। बाकायदा सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश थे। खुफिया सूत्रों से लगातार मिल रहे इनपुट के बाद आर्मी स्कूल में भी सोमवार को छुट्टी कर दी गई थी। यह स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार को खुल रहा था। सुरक्षाबलों के एक वाहन को आतंकियों ने जिले के दूरदराज लोहाई मल्हार के बदनोता से सटे इलाके में निशाना बनाया। सुरक्षाबलों के वाहन पर ग्रेनेड फेंकने के बाद सेना के जवानों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। इसके बाद मुठभेड़ जारी रही। उधर, हमले की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में सुरक्षाबलों को घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है। बिलावर और लोहाई मल्हार से जहां पुलिस पार्टियां तत्काल रवाना कर दी गईं। वहीं एसओजी की टीम के साथ-साथ जिले के विभिन्न थानों से नफरी को भी रवाना कर दिया गया है। बनी के ढग्गर इलाके को सेना और पुलिस ने घेर लिया है। जानकारी के अनुसार आतंकियों के सफाए के लिए उधमपुर से भी सुरक्षाबलों को घेराबंदी में लगा दिया गया है। उधर, भारी संख्या में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
एक महीने के भीतर जिले में दूसरा आतंकी हमला
11 जून को हीरानगर के सैडा सोहल इलाके में आतंकी हमले के एक महीने के भीतर ही कठुआ जिले में यह दूसरा आतंकी हमला है। इससे पहले आतंकियों ने हीरानगर के सैडा सोहल गांव में 11 जून को हमला किया था। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया था, वहीं दूसरे आतंकी का सफाया 12 जून को कर दिया गया था। आतंकियों से दो लाख से अधिक नकदी और भारी मात्रा में असलहा भी बरामद हुआ था। मौके पर पहुंचे उच्च अधिकारियों ने साफ किया था कि इलाके में और आतंकियों की भी मौजूदगी हो सकती है। उधर, कठुआ जिले के सैडा सोहल के अलावा आतंकियों ने हाल के महीनों में उधमपुर के बसंतगढ़ और कठुआ डोडा सरहद पर छत्रगला में भी हमला किया था। कठुआ जिले के पहाड़ी इलाके सरथल से सटे छत्रगला और लोहाई मल्हार से सटे बसंतगढ़ में आतंकी हमलों के बाद सेना को इन इलाकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बनी और मछेडी दोनों ही इलाकों में सेना की वापसी हुई है। दोनों जगह सेना की एक एक कंपनी तैनात की गई है। ये कंपनियां स्थानीय पुलिस के साथ लगातार पिछले कई दिनों से आतंकियों की तलाश में अभियान चला रही हैं। बदनोता, लोहाई मल्हार, किंडली के इलाके में जहां रूटीन में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे थे, वहीं ढग्गर की ओर से बनी में तैनात सेना और स्थानीय पुलिस ने मिलकर लगभग एक सप्ताह तक आतंकियों की नुकनाली और आसपास के इलाकों में तलाश की थी। कठुआ में सेना के गश्ती दल पर आतंकी हमला, जेसीओ समेत पांच जवान बलिदान, पांच घायल
कठुआ जिले के सुदूरवर्ती मछेड़ी इलाके में सोमवार को दोपहर बाद घात लगाए आतंकियों ने सेना के गश्ती दल पर हमला किया। इसमें जेसीओ समेत पांच जवान बलिदान हो गए, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हैं। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। देर रात तक ऑपरेशन जारी रहा। घटना शाम लगभग साढ़े तीन बजे की है, जब बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया। सेना का यह वाहन इलाके में गश्त पर था। वाहन में 10 जवान सवार थे। आतंकियों की ओर से पहले ग्रेनेड फेंका गया। इसके बाद अंधाधुंध गोलाबारी शुरू कर दी गई। दहशतगर्दों की ओर से स्टील बुलेट के इस्तेमाल का शक है। सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की। हमले के बाद भागकर आतंकी घने जंगल में भाग निकले। बताया जा रहा है कि आतंकी ऊंचाई वाले इलाके में थे। जब तक सेना के जवान संभलते, तब तक उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी। उधर, सेना ने ऑपरेशन में पैरा कमांडो को भी शामिल कर लिया है। उन्हें एयरलिफ्ट कर हमले वाले इलाके में ले जाया गया है। सेना की ओर से पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है। घायल जवानों को पीएचसी बदनोता में प्राथमिक उपचार के बाद उपजिला अस्पताल बिलावर में भर्ती करवाया गया है।
सबसे बड़ा आतंकी प्रमुख हमले
– 26 जून 2024 को डोडा के गंदोह इलाके में हमले के बाद तीन पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद हाई अलर्ट कर दिया गया था।
– सात जुलाई 2024 को राजोरी के मंजाकोट इलाके में एक सैन्य कैंप को निशाना बनाकर आतंकियों ने फायरिंग की थी, जिसमें एक जवान घायल हो गया था।
– नौ जून 2024 को रियासी में शिवखोड़ी से लौट रहे यात्रियों से भरी बस पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था जिसमें नौ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 41 घायल हो गए थे।
– मई 2024 में पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर हमला, एक जवान बलिदान, कई घायल
– 21 दिसंबर 2023 को पुंछ के बफलियाज इलाके में घात लगाकर सैन्य वाहन पर हमला, चार जवान बलिदान, तीन घायल
– 20 अप्रैल 2023 पुंछ के भाटादूड़ियां इलाके में घात लगाकर सैन्य वाहन पर हमले में पांच जवान बलिदान
– 2022 में राजोरी के दरहाल इलाके के परगाल में सैन्य कैंप पर आत्मघाती हमला, पांच जवाब बलिदान, दो आतंकी ढेर