( गगन थिंद ) कैथल हरियाणा में डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी. इस दौरान डॉक्टर तरीबन 2 घंटे तक पेन डाउन स्ट्राइक पर रहे. सरकारी डॉक्टर्स के हड़ताल पर होने की वजह से अस्पतालों के बाहर मरीजों की भीड़ लग गई. हजारों लोग परेशान हो गए. डॉक्टर्स ने अपनी कुछ मांगों को लेकर हड़ताल की थी. तो वहीं, दूसरी तरफ सरकारी दफ्तर में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर्स भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार को दो घंटे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखीं. जिसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हरियाणा मेडिकल सिविल सर्विसिज एसोसिएशन के आह्वान पर प्रदेश के सभी सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखी गईं. डॉक्टर्स की मांग है कि लम्बे समय से सरकार से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद डॉक्टर्स की कमी को पूरा नहीं किया जा रहा. हालात ये हैं कि प्रदेश में पहले ही डॉक्टर्स की कमी है, लेकिन इसके बावजूद स्वीकृत पदों में भी 700 से ज्यादा पद अभी भी खाली हैं. हरियाणा सरकार ने नीट पीजी करने वाले डॉक्टर्स के लिए जो बांड पॉलिसी बनाई है. वह कतई व्यवहारिक नहीं है. पीजी करने वाले डॉक्टर्स से बतौर गारंटी एक करोड़ रूपए की प्रॉपर्टी गिरवी रखवाई जा रही है. इसे खत्म कर पोस्ट डेटिड चेक लिया जाए और ये राशि भी घटाकर 50 लाख रूपए की जाए. इन्होंने कहा कि सरकार एसएमओ के पद पर सीधी भर्ती करने की योजना बना रही है, जोकि व्यवहारिक नहीं है.
एक मेडिकल ऑफिसर का सालों तक सरकारी सेवा देने के बाद एसएमओ के पद पर प्रमोशन होता है. यदि सीधी एसएमओ के पद पर भर्ती होगी तो उन डॉक्टर्स के साथ अन्याय होगा. जिनका लम्बे समय तक सेवा देने के बाद प्रमोशन हुआ है. इस पॉलिसी में बदलाव किया जाए. हड़ताल पर बैठे डॉक्टर्स ने मांग की है कि स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स का अलग कैडर बनाया जाए. उन्हें सभी सुविधाएं दी जाएं, लेकिन हालात ये हैं कि सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स निजी अस्पतालों की तुलना में एक-तिहाई सैलरी पर काम कर रहे हैं. एसोशिएशन के जिला प्रधान विश्वजीत राठी ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो वे 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हडताल पर चले जाएंगे. जिसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार होगी. इस दो घंटे की हड़ताल की वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ा. रोहतक के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को घंटों तक लाइन में खड़ा होना पड़ा. सुबह 9 बजे से लेकर 11 बजे तक डाक्टर्स ने ओपीडी में किसी मरीज का इलाज नहीं किया. अब डॉक्टर्स का कहना है कि मांगे पूरी नहीं होने पर 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे. हरियाणा में आज सरकारी दफ्तरों में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. कंप्यूटर ऑपरेटरों ने करनाल में आज से अपनी हड़ताल शुरू कर दी. कंप्यूटर ऑपरेटरों की हड़ताल की वजह से बहादुरगढ़ के लघु सचिवालय में काम के लिए आए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों को कंप्यूटर ऑपरेटर की हड़ताल का पता था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने आम लोगों की सहायता के लिए कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की. अब उन्हें दोबारा काम के लिए कार्यालय के चक्कर काटने पड़ेंगे.