चंडीगढ़ जिला न्यायालय में वकीलों द्वारा आज से हड़ताल की घोषणा की गई है। यह हड़ताल अनिश्चितकाल के लिए घोषित की गई है। इसे कब समाप्त किया जाएगा, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। साथ ही वकीलों द्वारा पत्र लिखकर अपील की गई है कि वकीलों की अनुपस्थिति में किसी भी मामले में किसी भी पक्ष के खिलाफ कोई निर्णय न दिया जाए। वकीलों द्वारा यह हड़ताल जिला कलेक्टर को रेट कंट्रोलर की शक्ति दिए जाने के विरोध में की जा रही है। यह हड़ताल इस निर्णय को वापस लिए जाने तक घोषित की गई है। चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट बार काउंसिल ने हर फ्लोर पर प्रॉक्सी एडवोकेट नियुक्त किए हैं। ये एडवोकेट हर कोर्ट में जाकर कोर्ट से सभी मामलों की सुनवाई के लिए नई तारीख तय करने का अनुरोध करेंगे। इसके लिए बार काउंसिल ने पहली मंजिल पर तुषार पांडे, शबनम और जसप्रीत कौर को नियुक्त किया है। दूसरी मंजिल पर मीनाक्षी और गगनदीप सिंह को नियुक्त किया गया है। इसी तरह तीसरी मंजिल पर अरुण जांगड़ा और हरप्रीत सिंह को और चौथी मंजिल पर शुभम शर्मा और मनोज अरोड़ा को नियुक्त किया गया है।
यह है पूरा मामला
हाल ही में चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से रेंट कंट्रोल एक्ट को मंजूरी दी गई। इसके तहत शहर में किराए से जुड़े किसी भी विवाद को सुलझाने के अधिकार जिला कलेक्टर को दे दिए गए हैं। जबकि अभी तक ऐसे किसी भी विवाद की सुनवाई जिला न्यायालय में होती थी। जिला कलेक्टर को ये अधिकार दिए जाने के बाद वकील इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि किसी भी विवाद का फैसला कोर्ट के जरिए ही होना चाहिए।