( गगन थिंद ) चंडीगढ़ में कैब और ऑटो चालक एक बार फिर हड़ताल पर चले गए हैं। वे सेक्टर 17 सर्कस ग्राउंड में एकत्र हुए हैं और चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पहले भी कई बार प्रदर्शन करने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक उनकी कोई भी मांग पूरी नहीं हुई है। चंडीगढ़ में कई तरह की अवैध टैक्सियां चल रही हैं। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जब हम प्रशासन से अपनी मांगें मांगते हैं तो प्रशासन गाड़ियों का चालान काटना शुरू कर देता है।
कर्नाटक सरकार की तर्ज पर दरें तय की जाएं
चंडीगढ़ कैब यूनियन के अध्यक्ष अमनदीप सिंह ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने एक ड्राफ्ट तैयार किया है। इस ड्राफ्ट में टैक्सियों और कंपनियों के बीच दरें तय की गई हैं। पिछली हड़ताल के दौरान चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा था कि जल्द ही इसके लिए ड्राफ्ट जारी किया जाएगा। इसके नोटिफिकेशन के लिए 15 दिन का समय होगा। 15 दिन बाद इसे नोटिफाई कर दिया जाएगा। लेकिन करीब 20 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ड्राफ्ट तैयार नहीं हुआ है। अब जब तक प्रशासन ड्राफ्ट की कॉपी नहीं देता, तब तक वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
बाइक टैक्सी पर रोक लगनी चाहिए
ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि चंडीगढ़ में कई तरह की बाइक टैक्सी चल रही हैं। जबकि इनके पास किसी तरह की परमिशन नहीं है। प्रशासन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता। इन बाइक पर कमर्शियल नंबर भी नहीं है। फिर भी ये सवारियां उठा रहे हैं। बाइक टैक्सी के रेट कम होने की वजह से सवारियां ज्यादातर बाइक टैक्सी का ही इस्तेमाल कर रही हैं। इस वजह से इनका कारोबार पूरी तरह से बंद हो गया है। ऑटो चालकों को भी सवारियां नहीं मिल रही हैं। इस वजह से परिवार चलाना काफी मुश्किल हो गया है।