(गगन थिंद ) हरियाणा में मांगों लेकर सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स अब हड़ताल पर चले गए हैं. यहां पर प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में इमरजैंसी सेवाएं भी बंद रहेंगी. इस दौरान प्रदेशभर में करीब 3 हजार डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि, कुछ जिलों में एनएएचएम के तहत रखे गए डॉक्टरों ने मोर्चा संभाला है और सोनीपत में अस्पताल में लोगों को इलाज मिल रहा है.जानकारी के अनुसार, हरियाणा में सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर गुरुवार सुबह 8 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल चले गए हैं. इस दौरान अस्पतालों में किसी मरीज की जांच नहीं होगी और ओपीडी के अलावा, आपात सेवाएं ही बंद रहेंगी. हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMS) और स्वास्थ्य सचिव सुधीर राजपाल के बीच कई दौर की वार्ता हुई थी. इस दौरान मांगों पर सहमति तो बन गई थी. लेकिन अब तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक तौर पर कुछ आदेश नहीं जारी किए गए हैं. गुरुवार दोपहर एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सरकार में मीटिंग होगी.इससे पहले, भी डॉक्टरों ने 2 घंटे के लिए ओपीडी सेवाएं बंद की थी.
क्या हैं डॉक्टरों की मांगें
18 जुलाई को सरकार और डॉक्टरों में बैठक हुई थी और सरकार ने कहा था कि 25 जुलाई से पहले लिखित आदेश जारी कर दिए जाएंगे. लेकिन अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है. डॉक्टरों की मांग पर सरकार ने कहा था कि वाहन भत्ता भी 500 रुपये प्रति माह से 3000 रुपये कर दिया जाएगा. इसके अलावास, बैठक में एसीएस ने 4, 9, 13 साल की सेवा पर एशोयर करियर प्रोग्रेशन (एसीपी) का आश्वासन दिया गया था. वहीं, पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए बांड राशि घटाकर 50 लाख करने और सीधी एसएमओ भर्ती नहीं नहीं करने की भी डॉक्टर मांग कर रहे हैं, जिन पर सरकार ने सहमति दी थी. उधर, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि सरकार प्रदेश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश में लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में इजाफा किया जा रहा है.