( गगन थिंद ) चंडीगढ़ नगर निगम की 337 वीं जनरल हाउस की मीटिंग आज दोपहर 11:00 बजे से शुरू होगी। इस बैठक में शहर के अलग-अलग कार्यों को लेकर एजेंडे लाए गए हैं। जिन पर बैठक में चर्चा होगी। लेकिन 336 वीं बैठक की मिनिट्स को कंफर्म करने के दौरान ही सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव की स्थिति बन सकती है। क्योंकि पिछली बैठक में सत्ता पक्ष की तरफ से पार्षद मुनव्वर ने मनोनीत पार्षद अनिल मसीह के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसको लेकर भाजपा की तरफ से माफी की मांग की गई थी। लेकिन माफ़ी न मांगने पर यह बैठक हंगामा की भेंट चढ़ गई थी। इस कारण भाजपा फिर से माफी की मांग उठाएगी। बैठक में बिजली पानी के मुद्दे को लेकर भी दोनों पक्षों के बीच में टकराव की स्थिति बनी हुई है। क्योंकि एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव फ्री बिजली और फ्री पानी देने के वादे पर लड़ा था, वहीं प्रशासन की तरफ से अब 1 अगस्त से बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर दी है। फ्री पानी के प्रस्ताव को भी रद्द कर दिया गया था। इस कारण दोनों पक्षों के बीच में इस मुद्दे को लेकर आज हंगामा होने के आसार हैं।
नगर निगम की आज होने वाली बैठक में एक एजेंड़ा लाया गया है, कि सुप्रीम कोर्ट के 2022 के आदेशों को लागू किया जाना है। इन आदेशों के तहत नगर निगम के कार्य क्षेत्र में जितनी भी शामलात और जुमला मुश्तरका जमीन है, वह नगर निगम के कब्जे में होनी चाहिए ताकि उसका विकास कार्यों के लिए उपयोग किया जा सके। लेकिन इन जमीनों पर शहर की कई पार्टियों के बड़े नेताओं ने कब्जा किया हुआ है। इस मुद्दे को लेकर भी दोनों पक्षों के बीच में टकराव है। मीटिंग के दौरान देखना होगा कि कौन सी पार्टी इस एजेंडे के पक्ष में है और कौन सी पार्टी इस एजेंडे का विरोध करती है।