( गगन थिंद ) पंजाब में डीएपी खाद के सैंपल फेल होने के मामले में जल्द ही बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने अपनी रिपोर्ट सीएम भगवंत मान को भेज दी है। इस संबंध में सीएम की ओर से जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। इसके अलावा सरकार निजी कंपनियों पर भी सख्त है। जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान डीएपी खाद के सैंपल लिए गए थे। पता चला है कि इनमें से 60 फीसदी सैंपल फेल हो गए। यह मामला सबसे पहले मोहाली में सामने आया था। इसके अलावा कई जिलों में जांच की गई। वहीं लुधियाना जिले में जिंक के सैंपल भी फेल हो गए। वहीं अब सरकार सख्ती के मूड में है। इसके अलावा विभाग ने लंबे समय से एक ही सीट पर जमे उप-अधिकारियों का रिकॉर्ड जुटाना शुरू कर दिया है। कुछ दिन पहले कृषि मंत्री ने इस मामले को लेकर बैठक की थी। उसमें उन्होंने सभी अधिकारियों को साफ कर दिया था कि घटिया डीएपी सप्लाई करने वाली कंपनी को किसी भी स्तर पर कोई राहत नहीं दी जानी चाहिए। साथ ही कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि जिप्सम की बिक्री तय मानकों पर ही होगी। जिप्सम बेचने का काम पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन के पास है। वहीं, आज वे गुलाबी इल्ली प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे।
कमेटी ने 31 जुलाई तक रिपोर्ट तलब की पंजाब विधानसभा की सहकारिता एवं अन्य गतिविधियों संबंधी कमेटी ने डीएपी खाद मामले का संज्ञान लिया है। इस कमेटी ने मार्कफेड से डीएपी खाद का रिकॉर्ड मांगा है। सूत्रों के अनुसार मार्कफेड के निदेशक को 30 जुलाई तक व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा गया है।