( गगन थिंद ) भारत के पेरिस ओलंपिक में दूसरा मेडल जीतने की उम्मीदें लेकर उतरी रमिता जिंदल इसे हासिल करने में नाकाम रही. 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के फाइनल में वह 7वें स्थान पर रही. शुरुआती 5 शॉट के बाद रमिता टॉप पांच निशानेबाज में बनी हुई थी लेकिन अगले 5 शॉट में अपनी पोजिशन गंवा बैठी. 14 शॉट्स के बाद वह 7वें स्थान पर रही और मेडल की दौड़ से बाहर हो गई.
रमिता अच्छी शुरुआत के बाद नाकाम
10 मीटर एयर राइफल फाइनल में रमिता ने शानदार शुरुआत की और पहले 5 शॉट के बाद चौथा स्थान हासिल किया. उन्होंने पहले 5 शॉट में 10.3, 10.2, 10.6, 10.9, 10.5 का स्कोर किया. आखिरी 5 शॉट में रमिता ने 10.4, 10.1, 10.7, 10.6, 9.7 अंक हासिल किए. पहले 10 शॉट के बाद वो फिसलकर 7वें स्थान पर पहुंच गई. पहले 5 शॉट के बाद रमिता ने 52.5 अंक हासिल किए इसके बाद अगले 5 शॉट के बाद उनके पास 104 अंक थे.
एलिमिनेटर शॉट्स
10 शॉट होने के बाद रमिता ने एलिमिनेटर राउंड में पहले दो शॉट्स 10.4 और 10.5 के लगाए. जिससे वो अपनी स्थिति में सुधार करते हुए 5वें नंबर तक पहुंची. इसके बाद उन्होंने 10.2 और 10.2 अंक हासिल किया और सातवें स्थान पर फिसलने के साथ ही बाहर हो गई. रमिता ने रविवार को भारत के पदक की उम्मीदों को बढ़ाते हुए क्वालीफाइंग राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के क्वालीफायर में 5वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह पक्की की थी. इस इवेंट में उन्होंने कुल 631.5 अंक कर भारत के पदक की उम्मीदों को बढ़ाया था.
रमिता की उपलब्धि
साल 2018 में रमिता जिंदल को पहली बड़ी सफलता मिली थी जब उन्होंने नेशनल चैम्पियनशिप में टॉप 10 में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की. साल 2023 में बाकू में आयोजित हुए वर्ल्ड चैम्पियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता. इस जीत के दम पर ही रमिता ने पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का किया था.
निशानेबाजी में आया पहला पदक
मनू भाकर ने रविवार को 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान हासिल कर भारत को पहला पदक दिलाया. 221.7 प्वाइंट हासिल करते हुए उन्होंने कांस्य पदक भारत की झोली में डाल पेरिस ओलंपिक में खाता खोला. साउथ कोरिया की निशानेबाज को गोल्ड और सिल्वर मेडल मिला.