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इंडियन स्‍टूडेंट्स की  विदेश में पढ़ाई के लिए लगती है लंबी लाइन, पाकिस्‍तान भी शामिल है लिस्‍ट में

There is a long line for Indian students to study abroad, Pakistan is also included in the list.

( गगन थिंद )  विदेश में पढ़ाई के लिए इच्‍छुक इंडियन स्‍टूडेंट्स के दाखिले के लिए सबसे लंबी लाइन कनाडा की यूनिवर्सिटीज में लग रही है. वर्तमान समय में, कनाडा की अलग अलग यूनिवर्सिटीज में कुल 4.27 लाख इंडियन स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. कनाडा के बाद नंबर आता है अमेरिका का. अमेरिका इंडियन स्‍टूडेंट्स के लिए पढ़ाई की दूसरी सबसे पसंदीदा जगह है. अमेरिका की अलग अलग यूनिवर्सिटीज में वर्तमान समय में करीब 3,37,630 इंडियन स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. तीसरे नंबर पर यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटीज हैं, जहां पर वर्तमान समय में कुल 1.85 लाख इंडियन स्‍टूडेंट्स पढ़ रहे हैं. चौथे नंबर पर आस्‍ट्रेलिया की यूनिर्वसिटीज हैं. यहां पर वर्तमान समय में कुल 1,22,202 इंडियन स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. करीब 42 हजार इंडियन स्‍टूडेंट्स के साथ पांचवे नंबर पर जर्मनी की यूनिवर्सिटीज हैं. इन यूनिवर्सिटीज में इंडियन स्‍टूडेंट्स डिप्‍लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग, डिप्‍लोमा इन इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग, डिप्‍लोमा इन हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, मास्‍टर इन फाइनेंस, मास्‍टर इन बिजनेस जैसे पॉपुलर कोर्सेस में एडमीशन ले रहे हैं.

इंडियन एंबेसी उठाती है गार्जियन की जिम्‍मेदारी
बहुत से पैरेंट्स अपने बच्‍चों को सिर्फ इस डर से विदेश पढ़ने के लिए भेजते हैं कि परदेस में उनका ध्‍यान कौन रखेगा. तो यहां आपको बता दें कि विदेश में पढ़ने वाले बच्‍चों के गार्जियन की भूमिका इंडियन एंबेसी उठाती है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश में मौजूद इंडियन स्‍टूडेंट्स की सुरक्षा भारत सरकार की सर्वोच्‍च प्राथमिकता है. विदेश में स्थिति सभी भारतीय मिशन वहां की यूनिवर्सिटीज में इनरोल होने वाले इंडियन स्‍टूडेंट्स से लगातार संपर्क में रहती है.

इस तरह मिलती है इंडियन स्‍टूडेंट्स को मदद
विदेश मंत्रालय के अनुसार, फॉरेन यूनि‍वर्सिटीज में इंरोल कराने वाले इंडियन स्‍टूडेंट्स को भारतीय मिशन द्वारा आयोजित स्‍वागत समारोह में आमंत्रित किया जाता है. इस दौरान, उनसे संबंधित सभी जानकारी हासिल करने के बाद उन्‍हें बताया जाता है कि विदेश में प्रवास के दौरान उन्‍हें किन चुनौतियों और खतरों का सामना करना पड़ सकता है. उन्‍हें यह भी बताया जाता है कि किसी भी तरह की विपत्ति आने पर उन्‍हें किस तरह उससे निपटना है.

इंडियन स्‍टूडेंट्स की मदद के लिए मदद पोर्टल
विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश में पढ़ाई कर रह छात्रों की मदद के लिए मदद पोर्टल भी लांच किया गया है. मदद पोर्टल पर रजिस्‍ट्रेशन कराने वाले छात्रों की मदद जल्‍द से जल्‍द करने की कोशिश की जाती है. इसके अलावा, अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए इंडियन स्‍टूडेंट्स के पास टे‍लीफोन कॉल के जरिए सीधे संपर्क करने की भी सुविधा है. साथ ही, वह हेल्‍प लाइन, ईमेल, सोशल मीडिया के जरिए भी भारतीय मिशन से संपर्क कर सकते हैं.

पाकिस्‍तान में भी पढ़ाई कर रहे हैं इंडियन स्‍टूडेंट्स
आपको यह जानकार हैरानी होगी कि कई इंडियन स्‍टूडेंट्स ऐसे भी हैं, जो पढ़ाई के लिए पाकिस्‍तान जैसे देश गए हैं. विदेश मंत्रालय के डाटा के अनुसार, पाकिस्‍तान में वर्तमान समय में करीब 14 इंडियन स्‍टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं, समग्र डाटा की बात करें तो वर्तमान समय में करीब 1335030 इंडियन स्‍टूडेंट्स अगल अलग 101 देशों में रहते ही पढ़ाई कर रहे हैं.

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