( गगन थिंद ) हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सरकार (Haryana BJP Govt) ने यौन शोषण और मर्डर केस में सजा काट रहे बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) पर दरियादिली दिखाई है. बाबा को एक बार फिर से 21 दिन का फरलो दिया गया है और बाबा सुनारिया जेल से बाहर निकलने के बाद उत्तर प्रदेश के बरवाला आश्रम पहुंच गया है. फिलहाल, बाबा को फरलो देने पर सवाल उठ रहे हैं. बीते चार साल में बाबा राम रहीम को सरकार ने लगातार फरलो और पेरोल दी. चार साल की सजा के दौरान बाबा राम रहीम 254 दिन जेल से बाहर रहा. कभी उशे मां की बीमारी का बहाना बनाकर पेरोल दी गई तो कभी खुद उसके पेट में पेट दर्द हुआ औऱ फरलो मिली.मंगलवार को बाबा को हरियाणा सरकार ने 21 दिन के लिए फरलो दिया है. जानकारी के अनुसार, सिंतबर 2017 में बाबा को साध्वी यौन शोषण केस और पत्रकार हत्याकांड में सजा हुई थी. इसके बाद से बाबा को जेल भेजा गया था. ऐसे में बीते सात साल से राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है.
हर बार सियासी गहमगहमी के बीच जेल से बाहर आया बाबा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले बाबा राम रहीम को फरलो दिया गया है. वहीं, जब भी बाबा जेल से बाहर आया है तो कहीं ना कहीं पर हरियाणा या फिर पड़ोसी राज्यों में चुनाव या फिर सियासी हलचल चल रही होती है. ऐसे में डेरे के समर्थकों को ध्यान में रखते हुए बाबा को फरलो और पेरोल देने के आरोप लगते रहे हैं. कहीं ना कहीं माना जाता है कि डेरे के समर्थकों के वोट बैंक को देखते हुए ही सरकार पेरोल और फरलो देती है. उधर, लोकसभा चुनाव से पहले भी बाबा जेल से बाहर था और उसे 19 जनवरी से लेकर करीब दो महीने के लिए पेरोल दी गई थी.