( गगन थिंद ) हरियाणा के पूर्व सीएम बंसीलाल की बहू पूर्व विधायक किरण चौधरी आज बुधवार को बीजेपी से राज्यसभा का नामांकन भरेंगी। किरण को मंगलवार को बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किया। इससे पहले किरण ने भिवानी के तोशाम से कांग्रेस विधायक के पद से इस्तीफा दिया। जिसे हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने स्वीकार कर लिया। किरण चौधरी ने बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी। BJP में शामिल होने के 2 महीने बाद उन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है। हरियाणा की यह राज्यसभा सीट रोहतक से लोकसभा चुनाव जीते कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। उनका अप्रैल 2026 तक का था। किरण के राज्यसभा जाने के बाद अब उनकी बेटी श्रुति चौधरी के तोशाम सीट से विधानसभा की दावेदारी पक्की मानी जा रही है। किरण चौधरी की राज्यसभा सीट पर एकतरफा जीत पक्की है। कांग्रेस विधानसभा में पर्याप्त विधायक न होने की बात कहकर उम्मीदवार उतारने से इनकार कर चुकी है।
BJP विधायक दल की मीटिंग में लगी मुहर,नामांकन का आज लास्ट डे
किरण चौधरी के नाम को लेकर मंगलवार को चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की मीटिंग हुई। जिसमें सर्वसम्मति से उनके नाम पर मुहर लगाई गई। वहीं किरण चौधरी को इसके बारे में पहले बता दिया गया था, इसलिए उन्होंने विधायक पद छोड़ दिया। राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया 14 अगस्त से शुरू हुई थी। इसकी अंतिम तारीख आज यानी 21 अगस्त तक है। 27 अगस्त को कैंडिडेट नाम वापस ले सकेंगे। 3 सितंबर को वोटिंग के बाद ही रिजल्ट जारी होगा।
भूपेंद्र हुड्डा कह चुके- हमारे पास नंबर नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस के पास विधानसभा में पूरे नंबर नहीं है। विधानसभा में कांग्रेस के केवल 28 विधायक हैं। इनमें तोशाम की विधायक किरण चौधरी शामिल नहीं हैं, क्योंकि वह भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। पर्याप्त संख्याबल नहीं होने के कारण कांग्रेस चुनाव से दूर रहेगी। कांग्रेस को 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इन्हें मिलाकर कांग्रेस के पास 31 विधायक ही बनते हैं। राज्यसभा सीट का चुनाव जीतने के लिए विधानसभा में 44 विधायकों की जरूरत है। अगर कोई 13 विधायक लेकर आता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करने को तैयार है। यदि उनके पास पूरे विधायक होते तो वह पहलवान विनेश फोगाट को राज्यसभा भेज देते। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता।
दुष्यंत बोले- हमारे कुछ विधायक कांग्रेसी हुए, उम्मीदवार खड़ा करें
पूर्व डिप्टी सीएम और JJP नेता दुष्यंत चौटाला ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर तंज कसा था। उन्होंने लिखा था कि 21 अगस्त को हरियाणा राज्यसभा उप चुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि है। अब तो हमारे 4-5 विधायक भी कांग्रेसी हो चुके हैं। अब तो कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव जीतने के करीब है। अगर भूपेंद्र हुड्डा की बीजेपी से सांठगांठ नहीं है तो वो राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करें। हम पहले से ही बीजेपी के खिलाफ वोट करने का वादा कर चुके हैं। जेल के डर से बार-बार बिकता रहे, उधर का हो और इधर का दिखता रहे।’
विधानसभा में भाजपा के पक्ष में समर्थन
हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास इस वक्त 41 विधायक हैं। इसकी सहयोगी हलोपा 1 और एक निर्दलीय मिलाकर 43 विधायकों का सीधा समर्थन है। वहीं विपक्ष में कांग्रेस के पास अभी 28, जजपा के 10, INLD 1 और 4 निर्दलीय यानी कुल 43 विधायक हैं। विपक्ष भले यहां मजबूत दिख रहा हो लेकिन एकजुट न होने की वजह से भाजपा उम्मीदवार की जीत तय है।