( गगन थिंद ) कैथल में ऑनर किलिंग मामले में सोमवार को एक बार फिर गांव क्योड़क में महापंचायत हुई है। जिसमें आरोपी किशोर की मां को रिहा करवाने को लेकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को पांच सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया है। ग्रामीणों ने महापंचायत में कहा कि यदि पुलिस जल्द ही किशोर की मां को रिहा नहीं करती है, तो गांव क्योड़क सहित अन्य पड़ोसी गांव मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
ग्रामीणों ने कहा राज्य स्तर पर करेंगे आंदोलन
इस महापंचायत में ग्रामीणों ने कहा कि गांव में किसी भी पार्टी का कोई भी राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होने देंगे। वहीं, जिला प्रशासन की तरफ से एसडीएम महापंचायत में पहुंचे जहां ग्रामीणों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने कहा कि यदि किशोर वारदात के बाद फरार हो जाता तो माता पिता से पूछताछ भी कर सकते थे, लेकिन किशोर ने तो सरेंडर कर दिया था। इसके बावजूद भी उसकी मां को क्यों गिरफ्तार किया गया? ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द मां को रिहा किया जाए। वहीं क्योड़क गांव के सरपंच ने कहा कि अगर प्रशासन इस मामले में जल्द कोई फैसला नहीं लेता है, तो ये आंदोलन जिले से बाहर निकलकर हरियाणा लेवल का बन जायेगा।
इससे पहले भी हो चुकी है पंचायत
इससे पहले मंगलवार को हुई महापंचायत में दो दर्जन से अधिक गांवों के सरपंच व मौजिज व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। उचित कार्रवाई न होने से खफा ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। एसडीएम कैथल ने बताया कि वे महापंचायत में ग्रामीणों से बात करने पहुंचे थे। यहां ग्रामीणों ने पांच सितंबर तक का समय दिया है। केस क्राइम ब्रांच में गया हुआ है। अगर जांच में उनको निर्दोष पाया जाता है, तो उनको जल्द रिहा कर दिया जाएगा। ग्रामीणों द्वारा विधानसभा चुनाव बहिष्कार करने की चेतावनी पर उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व है, इसमें सभी को भाग लेना चाहिए। वहीं एसपी राजेश कालिया बोले कि मामले की जांच चल रही है। पुलिस प्रशासन की तरफ से बिल्कुल निष्पक्ष जांच और न्याय होगा। ग्रामीणों को विश्वास दिलाते हैं कि किसी के साथ भी गलत नहीं होगा।
लव मैरिज करने पर बहन से खफ़ा था नाबालिग
अपनी बड़ी बहन कोमल के प्रेम विवाह कर लेने से किशोर काफी आहत था। 19 जून को किशोर ने नानकपुरी कालोनी में घर में बड़ी बहन कोमल के ससुराल जाकर उसे गोली मार दी थी। हमले में कोमल की सास कांता और ननद अंजलि को भी गोली लगी थी। वारदात के बाद किशोर ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर स्वयं ही हथियार के साथ थाने में खुद को सरेंडर कर दिया था। इस मामले में किशोर को बाल सुधार गृह भेजा गया है। पुलिस ने किशोर, उसकी मां, पिता और मामा सहित पांच लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया था। इसी मामले में वारदात के अगले ही दिन किशोर की मां को पकडक़र जेल भेज दिया गया था।