( गगन थिंद ) करनाल में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए भाजपा के विवादास्पद पोस्टरों से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। नगर निगम के सहायक अभियंता की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है और पोस्टरों को लगाने वाले दोषियों का पता लगाने के लिए आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही है। बता दें कि, इस मामले में भाजपा मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय बठला ने कांग्रेस पर आरोप लगाए थे कि ये पोस्टर उन्हीं ने लगाए है। वहीं पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामल में कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
पोस्टरबाजी से बढ़ा राजनीतिक तनाव
इन आपत्तिजनक पोस्टरों में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के रोते हुए चेहरों के साथ महिलाओं के खिलाफ अपराध और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भड़काऊ संदेश लिखे गए थे। इन पोस्टरों में लिखा गया है म्हारा हरियाणा- नॉन स्टॉप हरियाणा व नॉन स्टॉप महिला अत्याचार और हरियाणा में एक करोड़ युवा बेरोजगार, जो राज्य की वर्तमान स्थिति पर सीधे सवाल खड़े करते हैं। इन पोस्टरों के कारण जनता में आक्रोश फैल गया है। राजनीतिक दलों में भी असंतोष देखने को मिल रहा है। कई नेताओं ने इस पोस्टरबाजी की निंदा की है।
पोस्टर कहां-कहां लगाए गए
नगर निगम के सहायक अभियंता अनुप कुमार को जब इन पोस्टरों को विभिन्न स्थानों पर चस्पाए जाने की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत इसकी सूचना सिविल लाइन थाने को दी। करनाल में यह अग्रसेन चौक, कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर के आवास, CSSRI संस्थान, श्री कृष्ण प्रणामी स्कूल, गन्ना प्रजनन संस्थान, सरकारी स्कूल, शहीद तेजेंद्रा पार्क, महिला आश्रम और DAV स्कूल की दीवारों पर चस्पाए गए थे।
पोस्टर लगाने वालों की तलाश में पुलिस
पुलिस अब इन पोस्टरों को लगाने वाले अज्ञात व्यक्तियों की तलाश में जुटी हुई है। सिविल लाइन थाने के जांच अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पोस्टर चस्पा करने के मामले में नगर निगम के अधिकारी की तरफ से शिकायत मिली थी, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके।
जनता से अपील
सिविल लाइन थाना के SHO विष्णु मित्र ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को इस मामले से संबंधित कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे। इस तरह की घटनाएं न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि सामाजिक शांति और सद्भाव को भी खतरे में डालती हैं।