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करनाल से क्यों चुनाव नहीं लड़ेंगे CM नायब सैनी, BJP क्यों बदल रही सीट, क्या है डर?

( गगन थिंद ) हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकट आवंटन को लेकर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के बीच मंथन लगातार जारी है. गुरुवार शाम को जहां 55 सीटों पर नामों को लेकर चर्चा हुई है और संभावित नाम सामने आए हैं. लेकिन एक नाम को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कनफर्म किया है. सीएम नायब सैनी की सीट इस बार बदली जा रही है. वह करनाल के बजाय अब कुरुक्षेत्र के लाडवा से चुनाव लड़ेंगे. दिल्ली में बातचीत में खुद प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ोली ने यह बात कन्फर्म की है. उन्होंने कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी लाडवा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक-दो दिन का समय और लगेगा. फिर दोबारा बैठक होगी और टिकट की घोषणा होगी. सभी के सभी विधानसभा के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई है. कोई नाम फाइनल नहीं हुआ है. सभी के नाम शॉर्ट लिस्ट किए गए हैं दोबारा से छोटी टोली की बैठक होगr. कुछ नाम की सूची पहले आएगी और  कुछ नाम की सूची का ऐलान बाद में होगा.

क्यों बदली जा रही है सीट

हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने हाल ही में करनाल उपचुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन अब वह अब वह लाडवा से चुनाव लड़ेंगे. अहम बात है कि लाडवा में सैनी समुदाय की संख्या अधिक है. यहां पर 21 फीसदी वोटर अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं. 2008 में जब परिसीमन हुआ था तो यह सीट अस्तित्व में आई थी. तब से यहां पर एक बार सैनी समाज से विधायक बन चुका है. पवन सैनी 2014 में यहां से चुनाव जीते थे और 2019 में उन्हें 36 फीसदी वोट मिले थे. इस क्षेत्र में ओबीसी और अनुसूचित जाति के करीब 90 हजार वोटर्स हैं.

कुरुक्षेत्र से सांसद थे

इसके अलावा, नायब सिंह सैनी सीएम बनने से पहले कुरुक्षेत्र से सांसद रहे हैं. वह अपने कार्याकल में किए गए कामों को लेकर भी जनता के बीच जा रहे हैं. कहीं ना कहीं यह सीट उनके सेफ मानी जा रही है. उधऱ, नायब सैनी इससे पहले करनाल सीट से चुनाव लड़े और जीते थे. लेकिन करनाल सीट पर पंजाबी सुमदाय  के वोटर्स की संख्या 65 हजार के करीब है. पंजाबी समुदाय लगाता प्रतिनिधित्व की मांग कर है और ऐसे में भाजपा को यहां वोट छिटकने का डर है. इसी वजह से सेफ जगह सीएम के तलाशी गई है. क्योंकि वह चुनाव  में भाजपा का चेहरा हैं. करलान में ओबीसी समाज के नाममात्र वोटर हैं.

 

 

 

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