( गगन थिंद ) विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. विनेश को कांग्रेस ने हरियाणा के जुलाना सीट से टिकट भी दे दिया है. वहीं बजरंग को ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के कार्यकारी चेयरमैन पद की ज़िम्मेदारी दी गई है. इस पर बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया आने के बाद अब भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने भी अपनी राय ज़ाहिर की है. संजय सिंह बृजभूषण के क़रीबी माने जाते हैं और इनके अध्यक्ष निर्वाचित होने पर साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया समेत प्रदर्शन कर रहे दूसरे खिलाड़ियों ने विरोध भी किया था. संजय सिंह ने कहा, “यह होना ही था. सबको पता था कि यह आंदोलन कांग्रेस के इशारे पर हो रहा था. इसके कर्ताधर्ता दीपेंद्र हुड्डा. हरियाणा से इस आंदोलन की चिंगारी लगाई. ओलंपिक में जो 4-5 मेडल कुश्ती में आ सकते थे इस आंदोलन से उस पर भी असर पड़ा.” संजय सिंह के मुताबिक़, “दो साल से कुश्ती की कोई गतिविधि नहीं हुई इस वजह से मेडल नहीं आया. आंदोलन की वजह से कई अच्छे खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पाए.”
बजरंग पुनिया और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ‘बजरंग पुनिया और कांग्रेस कुश्ती के लिए ‘राहु-केतु’ हो गए और कुश्ती को खा गए. इनको राजनीति ही करनी थी.’ वहीं साक्षी मलिक के बारे में उनका कहना था कि ‘वे भी कांग्रेस के नेक्सस में शामिल थीं. अगर उनको कहीं से ऑफ़र है तो वे भी जाकर जॉइन कर लें.’ बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलावानों के यौन शोषण के मामले में अभियुक्त हैं. उनके ख़िलाफ़ यौन शोषण के आरोपों को लेकर महिला पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर समेत कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया था.