( गगन थिंद ) हरियाणा में भाजपा ने रोहतक की गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट से जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा को उम्मीदवार बनाया है। यह वही सीट है, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव लड़ते हैं। मंजू हुड्डा पुलिस अफसर की बेटी हैं, और उनके पति गैंगस्टर हैं। इसके कारण टिकट मिलने पर वह चर्चा में हैं। हालांकि, मंजू हुड्डा का कहना है कि उनके पिता दिवंगत प्रदीप यादव हरियाणा पुलिस में ASI के पद पर तैनात थे। उनकी SI पद पर पदोन्नति हो गई थी, लेकिन इससे पहले उनका देहांत हो गया। मंजू हुड्डा ने रोहतक के धामड़ गांव निवासी राजेश हुड्डा उर्फ राजेश सरकारी के साथ लव कम अरेंज मैरिज की थी। शुरुआत में दोनों को प्यार हुआ। बाद में दोनों ने अपने परिवार वालों से बातचीत कर 2020 में अरेंज मैरिज की। इसके बाद से दोनों खुशी-खुशी अपना गृहस्थ जीवन चला रहे हैं।
राजेश सरकारी ने 13 साल की उम्र में किया था अपराध
मंजू हुड्डा के पति गैंगस्टर राजेश सरकारी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, लूट सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज हैं। राजेश सरकार करीब 13-14 साल की उम्र में हत्या के केस में जेल गया था। इसके बाद वह अपराध के दलदल में फंसा। हत्या सहित अन्य आपराधिक मामलों में उसका नाम आया। इस कारण करीब 20 साल तक वह जेल में रहा। पति के आपराधिक बैकग्राउंड पर मंजू हुड्डा ने कहा, ‘यह उनका अतीत था। अब वह ऐसा कुछ नहीं करते। मुझे अपने पति से भी बहुत कुछ सीखने को मिला है। चाहे वह जनता की बढ़-चढ़कर सेवा करना हो या मदद करना हो।’
मंजू हुड्डा की कुर्सी खतरे में
मौजूदा समय में मंजू हुड्डा रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन उनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है। मंजू हुड्डा के खिलाफ रोहतक के 14 में से 10 पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह रहे हैं। उन्होंने रोहतक के DC अजय कुमार को ज्ञापन भी सौंपा है। पार्षदों ने कहा है कि कि मंजू हुड्डा करीब पौने 2 साल से जिला परिषद की चेयरपर्सन हैं, लेकिन 10 पार्षद उनकी कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। वह अपने पद से विश्वास खो चुकी हैं। वहीं, DC अजय कुमार से कहा कि हरियाणा पंचायती राज एक्ट 1994 के तहत एक्शन लिया जाएगा।
मंजू हुड्डा 2 साल पहले आई राजनीति में
मंजू हुड्डा ने डबल MA और B.Ed. तक पढ़ाई की है। वहीं, Ph.D. की पढ़ाई फिलहाल जारी है। उन्होंने 2 साल पहले राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने रोहतक के वार्ड नंबर 5 से जिला परिषद का अपना पहला चुनाव लड़ा। जिसमें उन्हें 9333 वोट मिले और नजदीकी प्रतिद्वंद्वी अंजली को 6052 वोट मिले। मंजू हुड्डा ने 3281 वोट से जीत हासिल की। इसके बाद सर्वसम्मति से वह चेयरपर्सन भी चुनी गईं। चेयरपर्सन बनने के बाद उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली।