( गगन थिंद ) हरियाणा में सपा-कांग्रेस गठबंधन का समझौता लगभग तैयार हो गया है. सबकुछ सही रहा तो सोमवार को एक साथ चुनाव लड़ने का एलान हो सकता है. कहा जा रहा है कि गठबंधन के तहत सपा को दो सीटें देने को कांग्रेस तैयार हो गई है. वहीं सपा ने तीन सीटों की डिमांड कांग्रेस से की थी. दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व आज इस सहमति को हरी झंडी दे सकते हैं. हरियाणा की 90 विधान सीटों पर चुनाव होने हैं. 5 सितंबर से इसके लिए नामांकन शुरू हो गए हैं. यहां बीजेपी से मुकाबले के लिए कांग्रेस-आप और सपा में गठबंधन पर मंथन चल रहा है. इसके लिए कांग्रेस ने हरियाणा के क़द्दावर नेताओं से कई राउंड मैराथन बैठकें कीं. गठबंधन के तहत सीटों की खींचतान जारी रही. हरियाणा के सपा अध्यक्ष सुरेंद्र भाटी ने 17 सीटों का ब्यौरा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजा था. शुरुआत में चर्चा रही कि इनमें से 6 प्राथमिकता वाली सीटों को गठबन्धन के तहत कांग्रेस से डिमांड की गई है. वहीं कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक उसने एक सीट पर सपा को लड़ने का सुझाव दिया है.
इसके बाद शीर्ष नेतृत्व ने दखल दिया, फिर हरियाणा सपा प्रदेश अध्यक्ष को लखनऊ बुलाकर कमेटी से तीन सीटों के नाम सुझाने का आदेश दिया गया. इसके बाद हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में गठित कमेटी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से तीन विधानसभा सीटें सोहना, हथीन और दादरी लड़ने पर इच्छा जताई. ये सीटें कांग्रेस नेतृत्व से साझा की गईं. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व ने सोहना, हथीन सीट को सपा से गठबन्धन के तहत समझौता तैयार कर लिया है. अब दोनों दलों के नेताओं की सहमति बनते ही गठबंधन को आज हरी झंडी दी जा सकती है.
पहले इन 6 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी सपा
हरियाणा में सपा ने गठबंधन के तहत 6 सीटों को प्राथमिकता दी है। ये सीटें जुलाना, सोहना, बावल, बेरी, चरखी दादरी और बल्लभगढ़ है. ये सीटें कांग्रेस से डिमांड की गई हैं।वहीं हरियाणा सपा प्रदेश इकाई ने जुलाना, बल्लभगढ़, बेरी, चरखी दादरी, नारनौल, अटेली, सोहना, पुन्हाना, राई, पानीपत ग्रामीण, घरौड़ा, मेहम, बावल, रिवाड़ी, कोसली, नीलोखेरी और कैथल मिलाकर 17 सीटों का ब्यौरा अखिकेश यादव को भेजा था.