(गौरव धीमान)जींद, हरियाणा में शनिवार को जींद विधानसभा की सभी 5 सीटों पर मतदान संपन्न
जींद जिले में 70.64% मतदान हुआ, उंचाना कलां में सबसे अधिक वोटिंग
हरियाणा के जींद जिले में शनिवार को विधानसभा चुनाव के तहत सभी 5 सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी हुई। जारी आंकड़ों के अनुसार, जिले में कुल 70.64% मतदान हुआ, जिसमें उंचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान हुआ, जबकि जींद में सबसे कम मतदान हुआ।
वोटिंग मशीनें सील कर दी गई हैं और अधिकारियों ने इन्हें स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रख दिया है। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ, पहले आंकड़े के अनुसार, सुबह 9 बजे तक 12.71% मतदान हुआ। इसके बाद, सुबह 11 बजे यह आंकड़ा 27.20%, दोपहर 1 बजे 41.93%, दोपहर 3 बजे 53.95%, और शाम 5 बजे 66.02% पहुंचा।
मतदाताओं की संख्या
जींद जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 10,27,123 है, जिसमें 5,47,389 पुरुष और 4,79,727 महिला मतदाता शामिल हैं।
नरवाना में तकनीकी समस्या
जींद के नरवाना क्षेत्र में एक वोटिंग मशीन खराब हो गई, जिससे मतदान में देरी हुई। मशीन को करीब 9 बजे चालू किया गया, जिसके बाद मतदान सामान्य रूप से जारी रहा।
बूथ कैप्चरिंग की कोशिश
जुलाना विधानसभा के अकालगढ़ गांव में बूथ नंबर एक पर कुछ लोगों ने बूथ कैप्चर करने की कोशिश की। सूचना मिलने पर भाजपा प्रत्याशी कैप्टन योगेश बैरागी भी मौके पर पहुंचे, जहां उनका विरोध हुआ और धक्का-मुक्की की घटनाएं भी हुईं। जुलाना थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।
प्रमुख कैंडिडेट्स ने डाला वोट
उचाना विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी पवन फौजी और भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने वोट डाला। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह ने भी अपने परिवार के साथ मतदान किया।
विनेश और दुष्यंत को नहीं मिला मौका
जुलाना से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट और उचाना से जेजेपी प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला खुद वोट नहीं डाल सके। विनेश ने चरखी दादरी के बलाली गांव में अपने परिवार के साथ मतदान किया, जबकि दुष्यंत ने सिरसा में वोट डाला।
विनेश का बयान
भाजपा प्रत्याशी ने कांग्रेस पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया, जिसे विनेश ने नकारते हुए कहा कि उन्होंने 30 गांवों का दौरा किया है और कहीं भी कोई समस्या नहीं देखी। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान ईमानदारी से हुआ है और उनकी पार्टी ईमानदारी की राजनीति कजींद