( गगन थिंद ) हरियाणा में चुनाव रिजल्ट आने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी बीजेपी को मिले बहुमत के बाद आज बुधवार को दिल्ली पहुंचे। पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इसके बाद वे हरियाणा चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिले। फिर उनकी मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली भी मौजूद रहे। सैनी ने कहा कि प्रदेश में नया मुख्यमंत्री और शपथग्रहण के बारे में ससंदीय बोर्ड तय करेगा। मैंने अपनी ड्यूटी निभा दी है।
दिल्ली में बड़ौली ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम यहां CM चेहरा और शपथ पर कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं। यह सब दशहरे के बाद तय किया जाएगा। CM चुनने के लिए दशहरे के बाद मीटिंग होगी। वहीं कांग्रेस की हार पर राहुल गांधी ने कहा- ”हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे।”
वहीं आज शाम 6 बजे कांग्रेस डेलिगेशन हरियाणा के चुनाव रिजल्ट को लेकर चुनाव आयोग से मिलने के लिए जाएगा। इसमें केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, भूपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा, डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी और जयराम रमेश शामिल होंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा- BSP ने इनेलो से गठबंधन कर चुनाव लड़ा, लेकिन परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने BSP को वोट नहीं दिया। जिससे BSP के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अंतर से हार गए।
चुनाव आयोग से मिलेगा कांग्रेस डेलिगेशन
शाम 6 बजे कांग्रेस डेलिगेशन हरियाणा के चुनाव रिजल्ट को लेकर चुनाव आयोग से मिलने के लिए जाएगा। इसमें केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, भूपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा, डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी और जयराम रमेश शामिल होंगे।
हरियाणा में हार पर मायावती की 3 अहम बातें
1. हरियाणा विधानसभा आम चुनाव बीएसपी व इनेलो ने गठबंधन करके लड़ा किन्तु परिणाम से स्पष्ट है कि जाट समाज के जातिवादी लोगों ने बीएसपी को वोट नहीं दिया। जिससे बीएसपी के उम्मीदवार कुछ सीटों पर थोड़े वोटों के अंतर से हार गए, हालांकि बीएसपी का पूरा वोट ट्रांसफर हुआ।
2. जबकि यूपी के जाट समाज के लोगों ने अपनी जातिवादी मानसिकता को काफी हद तक बदला है और वे बीएसपी से एमएलए तथा सरकार में मंत्री भी बने हैं। हरियाणा प्रदेश के जाट समाज के लोगों को भी उनके पदचिन्हों पर चलकर अपनी जातिवादी मानसिकता को जरूर बदलना चाहिए, यह खास सलाह।
3.बीएसपी के लोगों द्वारा पूरी दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ने के लिए सभी का हार्दिक आभार प्रकट करती हूं व आश्वस्त करती हूं कि उनकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। लोगों को निराश नहीं होना है और न ही हिम्मत हारनी है, बल्कि अपना रास्ता खुद बनाने के लिए तत्पर रहना है। नया रास्ता निकलेगा।