हरियाणा में कांग्रेस की हार के बाद आंतरिक विवाद: सैलजा समर्थकों का आरोप
(गौरव धीमान), हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार ने पार्टी में घमासान मचा दिया है। सैलजा के समर्थक नेताओं ने इस हार का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर फोड़ा है, यह कहते हुए कि उन्हें हराया गया है।
सैलजा के अपमान का असर
शमशेर गोगी, करनाल के असंध से चुनाव हारने वाले कांग्रेस नेता, ने आरोप लगाया कि सैलजा के अपमान के चलते दलित समुदाय ने वोट नहीं दिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
हुड्डा पर गंभीर आरोप
गोगी ने कहा, हरियाणा में हुड्डा की कांग्रेस की हार हुई है, न कि कांग्रेस की। उन्होंने बताया कि उनकी रैली के लिए सारे इंतजाम किए गए थे, लेकिन हुड्डा ने उनके नाम का उल्लेख तक नहीं किया।
पार्टी में बदलाव की मांग
परविंदर परी, जो अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी थे, ने कहा कि पार्टी के अंदर बागी प्रत्याशियों को टिकट देने से उन्हें हराया गया है। उन्होंने पार्टी की रणनीति पर सवाल उठाए और कहा कि सैलजा अगर सही समय पर आतीं, तो नतीजे कुछ और हो सकते थे।
नेतृत्व की जिम्मेदारी
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को सही दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे राज्य में तालमेल नहीं रखा गया और नेतृत्व ने एकजुटता को नजरअंदाज किया।
जातीय समीकरण का ध्यान
कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने हाईकमान की नीतियों पर भी सवाल उठाए और कहा कि यदि जातीय समीकरण को ध्यान में रखा जाता, तो यह स्थिति नहीं आती। उन्होंने भविष्य में होने वाले चुनावों में हार की आशंका जताई अगर नेतृत्व में बदलाव नहीं हुआ।