(गौरव धीमान), हरियाणा में शपथ ग्रहण से एक दिन पहले विधायक दल की मीटिंग होगी। इसको लेकर सभी नवनिर्वाचित विधायकों को संकेत दे दिए गए हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो 15 को होने वाले शपथ ग्रहण से एक दिन पहले 14 अक्टूबर को विधायक दल की मीटिंग बुलाई जाएगी। इस बैठक में दो केंद्रीय पर्यवेक्षक शामिल होंगे।
हालांकि अभी पर्यवेक्षकों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। इस बैठक में ही सीएम के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। हालांकि अभी जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार कार्यवाहक सीएम नायब सैनी को ही मुख्यमंत्री बनाए जाना तय है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी शपथ ग्रहण को लेकर जल्दबाजी में नहीं है। इसकी वजह यह है कि हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी ने सरकार बनाई है, इस पल को यादगार बनाने के लिए भव्य शपथ ग्रहण करने की पार्टी योजना बना रही है।
पीएम दो दिन बाहर, इसलिए टला शपथ ग्रहण
हरियाणा की नई सरकार के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचेंगे। चूंकि पीएम अभी दो दिन के लिए देश में नहीं हैं, ऐसे में दशहरे के बाद ही शपथ ग्रहण आयोजित किया जाएगा। इस शपथ ग्रहण में पीएम के अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, मनोहर लाल खट्टर, राजनाथ सिंह के आने के भी आसार हैं।
पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि शपथ ग्रहण में दूसरे भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी हरियाणा बीजेपी की ओर से न्योता भेजा जाएगा।
सीएम दिल्ली दौरे पर, आज आने के आसार
चुनाव में जीत के बाद बुधवार काे कार्यवाहक सीएम नायब सैनी दिल्ली दौरे पर रहे। जहां उन्होंने सबसे पहले PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले।
नड्डा के आवास पर सीएम नायब सैनी की हरियाणा पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ मीटिंग भी हुई। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में शपथ ग्रहण की डेट और मंत्रिमंडल गठन को लेकर चर्चा की गई।
दिल्ली में ही तय होगा मंत्रिमंडल
जानकारी के अनुसार नायब सैनी अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के लिए अपने वरिष्ठ नेतृत्व से सलाह-मशविरा कर सकते हैं। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद सत्तारूढ़ भाजपा ने हरियाणा में लगातार जीत हासिल कर सत्ता बरकरार रखी और विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की वापसी की कोशिशों को रोक दिया। विधानसभा चुनावों के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए।