(गौरव धीमान) हरियाणा में रेवाड़ी स्थित क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-1) पर एक शख्स को जांच के लिए बुलाने के बाद बुरी तरह पीटने का आरोप लगा है। युवक को इस कदर पीटा गया कि वह बेसुध हो गया। परिजन हालत खराब होने पर उसे तुरंत ट्रॉमा सेंटर लेकर गए लेकिन वहां भी उसे पहली बार में भर्ती नहीं किया गया। बावल से रेफर कराकर परिजन दोबारा ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। इसके बाद उसे भर्ती किया गया। परिजनों ने सीआईए इंचार्ज और स्टाफ पर मारपीट का आरोप लगाते हुए एसपी गौरव राजपुरोहित को शिकायत दी है। वहीं CIA इंचार्ज सुमेर सिंह ने आरोपों को सिरे से नकार दिया।
रेवाड़ी के गांव आशियाकी टप्पा जड़थल निवासी मांगेराम के मुताबिक, 8 अक्टूबर को दोपहर करीब 2 बजे के आसपास गांव का सरपंच आया। उन्होंने कहा कि उनके लड़के से CIA को पूछताछ करनी है। वह उसे लेकर रेवाड़ी आ जाएं। इतना सुनते ही वह घबरा गए और सीधे बेटे रितिक को लेकर रेवाड़ी शहर पहुंच गए।
यहां लियो चौक के पास उन्हें गांव का सरपंच मिला। इस दौरान उनके साथ कुछ अन्य ग्रामीण भी थे। सरपंच के साथ वह सभी सीधे सीआईए थाना पहुंचे। जहां उनकी मुलाकात सीआईए इंस्पेक्टर सुमेर सिंह से हुई। मांगेराम का आरोप है कि सीआईए इंचार्ज ने उन्हें काफी बुरा-भला कहा।
एसपी को दी शिकायत में परिवार ने लगाए आरोप
लड़की को भगाने की बात कहकर गालियां दी
मांगेराम के मुताबिक, सीआईए इंस्पेक्टर हमें बिना बात गाली-गालौच देने लगा और कहने लगा कि तुम्हारे लड़के की वजह से ही यह सब हुआ है। केवल नाम का शख्स जिसकी लड़की को भगाकर ले गया है, उसे भगाने में तेरे लड़के का ही हाथ है। जब हमने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है तो हमें मां बहन की गाली दी। जातिसूचत शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि हम तेरे लड़के से पूछताछ करेंगे, तुम यहां से जाओ और उसके बाद वो मेरे लड़के रितिक को अपने साथ अंदर ले गए।
भाई को फोन पर भेजा मैसेज
समय 04:48 PM पर मेरे रितिक ने अपने भाई हरविंदर के फोन पर मैसेज किया “Bhai bohot maar raha hai yrr” “No msg” । जो यह देखते हैं, मैंने अपने बड़े लड़के पवन कुमार को फोन किया है कि तू जल्दी से जल्दी थाने पहुंच नहीं तो वो रितिक को जान से मार देंगे। उसके बाद मेरा लड़का पवन, मेरा भाई शंकर और मेरा भतीजा सत्यवान सीआईए थाना रेवाड़ी पहुंचे और मुझे फोन पर बताया कि थाने में तो कोई नहीं है।
बेसुध हालत में था बेटा
तभी मेरे पास सरपंच का फोन आया कि मैं तेरे लड़के रितिक को थाने से ले आया हूं और मैं उसे लेकर तेरे घर आ रहा हूं। यह सुनकर मैंने अपने लड़के पवन को फोन किया कि तू घर आजा, सरपंच उसे लेकर घर आ रहा है। जो समय करीब 07:30 बजे सरपंच मेरे लड़के को लेकर घर पहुंच गया और तभी मेरा लड़का और मैं भी घर पहुंच गए।
जो हमने घर पहुंचते ही देखा कि रितिक बेसुध है और उसे बहुत बुरी तरह से पीटा गया है। यह देख हमने 112 पर कॉल किया और करीब 08:30 बजे एंबुलेंस और पुलिस मेरे घर आ गई और हम रितिक को लेकर ट्रॉमा सेंटर रेवाड़ी आ गए।
MLR काटने से मना किया
ट्रॉमा सेंटर में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने हमारी MLR काटने से और इलाज करने से मना कर दिया और कहा कि यह लिख कर दो कि हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करेंगे तो मैं एडमिट करूंगा नहीं तो नहीं करूंगा। इसके बाद हमने फिर से डॉयल 112 पर कॉल की और सब कुछ बताया तो मौके पर एक एंबुलेंस और HC जोगिंदर आ गए।
आते ही हमें धमकाने लगा कि तुम्हारी कोई कार्यवाही नहीं होगी और कहा कि तुम यह लिख कर दो की हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करेंगे नहीं तो तुम्हारा लड़का यहीं मरेगा और जब हमने मना कर दिया तो वह वापस चला गया।
बावल में कटवाई MLR, रेफर कराकर रेवाड़ी पहुंचे
उसके बाद हमने प्राइवेट एंबुलैंस बुलाई और अपने लड़के रितिक को लेकर सिविल हॉस्पिटल बावल पहुंचे, जहां पर उन्हें 01:35 AM पर MLR काटी और रितिक की गंभीर स्थिति देख कर हमें रेवाड़ी रेफर कर दिया गया। वहां से ट्रॉमा सेंटर रेवाड़ी आ गए और रितिक को एडमिट कर लिया। मांगेराम ने एसपी से शिकायत देते हुए सीआईए स्टाफ और इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पूछताछ के लिए बुलाया, फिर सकुशल भेज दिया
रेवाड़ी सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर सुमेर सिंह ने मांगेराम द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया। सुमेर सिंह ने कहा कि हमने युवक को एक केस में सिर्फ पूछताछ के लिए बुलाया था। सरपंच की मौजूदगी में ही उसे बुलाया गया था। पूछताछ करने के बाद उसे सहकुशल भेज भी दिया। ये वह खुद लिखकर भी देकर गया है। परिवार द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद है।