(गौरव धीमान) हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी के बयान से BJP ने कांग्रेस को घेर लिया है। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के प्रधान गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि हमने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाया लेकिन भूपेंद्र हुड्डा की गलतियों से कांग्रेस सरकार नहीं बनी। BJP प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इस मुद्दे पर कहा कि चढ़ूनी के बयान से साफ है कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) और कांग्रेस के बीच राजनीतिक गठबंधन है। SKM किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक बात कर रहा था। राहुल गांधी और कांग्रेस को किसानों से माफी मांगनी चाहिए। वहीं कांग्रेस में हुड्डा विरोधी गुट के नेता सांसद रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा
वे (चढ़ूनी) हमारी पार्टी में नहीं हैं। उनकी अलग पार्टी है। वे अपनी राय रख सकते हैं। मैं क्यों उनके साथ वाद-विवाद में पड़ूं।
किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी की अहम बातें…
1. कांग्रेस को हमें टिकट देनी चाहिए थी
गुरनाम चढ़ूनी ने कहा- भूपेंद्र हुड्डा बुद्धिहीन है। हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में जो माहौल बना, वह हमने बनाया। वह किसान वर्ग ने बनाया था। मेरे को टिकट नहीं दी तो किसी दूसरे 2 किसान नेताओं को दे देते। कम से कम लोगों के अंदर मैसेज तो जाता। अब किसान क्या करें, BJP वैसे ही किसानों की दुश्मन है। कांग्रेसी नजदीक नहीं लगाते। इसीलिए मैं खड़ा हुआ। रमेश दलाल और हर्ष छिकारा खड़ा हुआ।
2. भूपेंद्र हुड्डा ने किसी से समझौता नहीं किया भूपेंद्र हुड्डा ने किसी से समझौता नहीं किया और कांग्रेस ने सब इनके ऊपर छोड़ दी। मैं कांग्रेस हाईकमान को ये कहना चाहता हूं कि विपक्ष का नेता हुड्डा को न बनाएं। पिछले 10 साल हुड्डा ने भूमिका नहीं निभाई बल्कि किसान यूनियन ने इसका रोल निभाया। अब भी हुड्डा को बनाया तो कांग्रेस राज आने की उम्मीद न करे।
3. पार्टी के वफादारों को हुड्डा ने किनारे किया BKU अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा है कि पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने उन सब लोगों को साइडलाइन कर दिया, जो पार्टी के वफादार थे। चढ़ूनी बोले, ‘इसने (भूपेंद्र हुड्डा) रमेश दलाल को साइडलाइन किया, जो राजीव गांधी मर्डर केस अपनी जान जोखिम में डालकर लड़ा था। मुझे किनारे किया। जबकि, मैंने चुनाव में भी इसकी मदद की थी। हर्ष छिकारा को किनारे किया, बलराज कुंडू को किनारे किया। एक किसान लीडरों को ग्रुप और गया था इसके पास, उन्हें किनारे किया। इसने कुमारी सैलजा, किरण चौधरी, रणदीप सुरजेवाला को किनारे किया। आम आदमी पार्टी (AAP) को किनारे किया। अभय चौटाला को भी साइड किया।
गुरनाम चढ़ूनी ने कहा-
भूपेंद्र हुड्डा ने सभी को किनारे किया, परमात्मा ने अब इसे ही किनारे लगा दिया।
BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अहम बातें …
1. किसानों का मकसद कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाना था भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा- उन्होंने पहली बार खुले तौर पर स्वीकार किया है कि उनका मकसद कांग्रेस के पार्टी के पक्ष में माहौल बनाना था। मतलब, ये साफ हो गया कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा के अंदर किसानों के साथ अन्याय करना चाहती थी। चढ़ूनी को चुनाव में सिर्फ 1,170 वोट मिले।
BJP प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा-
भूपेंद्र हुड्डा हों या चढ़ूनी जी हों, यह स्पष्ट हो जाता है कि ये सब के सब लोग, कांग्रेस के इंटरनल कार्यकर्ता हैं। कोई फ्रंट पर है।
2. कांग्रेस SKM को फ्रंट की तरह इस्तेमाल करना चाहती थी मगर, यह बहुत चिंता की बात है कि कांग्रेस संयुक्त किसान मोर्चा को फ्रंट की तरह इस्तेमाल करना चाहती थी। जिससे वह हरियाणा की जनता और किसानों के बीच झूठ को आगे ले जा सकें। कांग्रेस और राहुल गांधी को राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए किसानों और संयुक्त किसान मोर्चा का इस्तेमाल करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। यह साफ है कि जमीन पर किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। तभी उन्होंने कांग्रेस और संयुक्त किसान मोर्चा के राजनीतिक गठबंधन को नकार दिया है।
3. चढ़ूनी खुद को SKM को दिखाएंगे लेकिन झोला कांग्रेस का ओढ़ा अब यह स्पष्ट हो चुका है कि संयुक्त किसान मोर्चा किसानों की बात नहीं बल्कि कांग्रेस की बात कर रहा था। चढ़ूनी जैसे लोग खुद को संयुक्त किसान मोर्चा का दिखाएंगे लेकिन पीछे झोला कांग्रेस का ओढ़ा हुआ है। इससे स्पष्ट है कि इन सबके आका राहुल गांधी हैं। राहुल गांधी ने पिछले डेढ़ महीने में किसानों की भलाई नहीं चाहते थे बल्कि चढ़ूंनी जैसे लोगों को फ्रंट इस्तेमाल करना चाहते थे, ताकि वे किसानों में भेदभाव पैदा कर सकें।