(गौरव धीमान) झज्जर की एक महिला को विदेश में नौकरी का झांसा देकर 27 लाख 70 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। महिला ने रोहतक में शिकायत दर्ज कराई है। करीब एक साल पहले वीजा व परमानेंट जॉब के नाम पर ठगी करने वाले व्यक्ति ने महिला को करीब तीन महीने तक लंदन में फंसाए रखा। इसके बाद पीड़िता ने मामले की शिकायत पुलिस को दी। झज्जर जिले के बहादुरगढ़ लाइनपार के नरसिंह नगर निवासी पूनम ने रोहतक अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उसने बताया कि उत्कर्ष नाम के व्यक्ति ने नौकरी का झांसा देकर उससे 27 लाख 70 हजार रुपये ठग लिए हैं। उसने बताया कि आरोपी ने उसके पति के अकाउंट की डिटेल, चेकबुक, पासबुक व सिम कार्ड अपने पास रख लिया और उसे बिना बताए अपने दोस्त के अकाउंट में 1 लाख 37 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए।
27 लाख 70 हजार ठगे
उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी ने गिरोह बनाया हुआ है। दिसंबर में सबसे पहले गिरोह का सदस्य मोनू ने बहकाया कि उत्कर्ष के पास वीजा लगवा लो, कोई परेशानी नहीं होगी और लंदन में सबकुछ ठीक मिलेगा। जनवरी में उत्कर्ष से मिले तो उसने 3 साल का वीजा जॉब की गारंटी के साथ देने की बात कही। जिसके लिए 27 लाख 70 हजार रुपए लिए। पहली पेमेंट 9 फरवरी को 19 लाख 50 हजार व 10 फरवरी को 50 हजार रुपए लिए। इसके बाद बकाया राशि अप्रैल मई में ली।
पति व बेटी को बॉर्डर फोर्स ने लिया हिरासत में
पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने 1 जून को झूठ बोलकर भेज दिया। वहां पर ट्रेनिंग शुरू करवाई, जो बिल्कुल फेक थी। इसके बाद 31 जुलाई को उनके पति व बेटी भी लंदन आए। बॉर्डर फोर्स ने उसके पति से कहा कि वह अपनी पत्नी से बात करवाएं। इधर, उसकी पत्नी ने इसके लिए आरोपी उत्कर्ष से बातचीत की तो उसने 11 लाख रुपए की मांग की। जिसके कारण बाद में उनके पति व बेटी को बॉर्डर फोर्स ने हिरासत में लिया और फिर 13 सितंबर तक बेल पर छोड़ दिया।
ब्लैकमेल करके मांगे 11 लाख
उन्होंने कहा कि 31 जुलाई से 13 सितंबर तक आरोपियों से कई बार बात हुई तो उन्हें ब्लैकमेल किया और 11 लाख रुपए मांगे। आरोपियों ने झूठी नौकरी का झांसा देकर 3 माह तक लंदन में फंसाए रखा और बार-बार 11 लाख रुपयों की मांग करते रहे। जब आरोपियों द्वारा दी कंपनी के पते पर पहुंची तो वहां किरयाना शॉप मिली। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। वहीं पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।