( गगन थिंद ) हरियाणा के कैथल में रविवार को आयोजित महाराजा शूर सैनी जयंती कार्यक्रम पर विवाद खड़ा हो गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे और उन्होंने सैनी समाज को 31 लाख रुपए देने की घोषणा की। हालांकि, इस कार्यक्रम के बाद सैनी समाज के नेता पालाराम सैनी ने गंभीर आरोप लगाए।
पालाराम सैनी, जो कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से JJP के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि उन्हें कार्यक्रम के स्टेज से नीचे उतार दिया गया, जबकि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए सवा 2 लाख रुपए का चंदा दिया था। इस अपमान के कारण वे डिप्रेशन में हैं और मानसिक स्थिति इतनी खराब हो गई है कि वे सुसाइड तक करने का सोच सकते हैं।
पालाराम सैनी ने कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह से राजनीतिक रूप से हाईजैक किया गया था। जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मेहनत की, उन्हें स्टेज पर जगह नहीं दी गई। समाज के जिन गणमान्य व्यक्तियों ने लाखों रुपए का चंदा दिया था, उन्हें भी स्टेज पर नहीं बुलाया गया। इसके अलावा, कार्यक्रम के आयोजन में खर्च हुए पैसों का हिसाब मांगा गया, और कहा कि यदि आयोजक इसका हिसाब नहीं देते हैं तो चंदा देने वालों को उनका पैसा वापस किया जाएगा।
पालाराम सैनी ने आरोप लगाया कि इस कार्यक्रम को सरकारी कार्यक्रम की बजाय निजी लाभ के लिए आयोजित किया गया, और उन्होंने जींद के जवाहर सैनी और अन्य नेताओं पर समाज को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि सैनी समाज के पार्षदों का भी अपमान हुआ, क्योंकि उनके नाम तक स्टेज से नहीं लिए गए, और रातों-रात लिस्ट में बदलाव कर दिया गया। इस विवाद ने सैनी समाज के बीच भारी नाराजगी उत्पन्न की है, और इसे लेकर कई लोग कार्यक्रम के आयोजन और प्रबंधन को लेकर सवाल उठा रहे हैं।