( गगन थिंद ) हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की मांग तेज हो गई है। हालांकि, हाईकमान किसी बदलाव पर विचार करने से पहले फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट का मूल्यांकन करेगा। इस रिपोर्ट के आधार पर ही नेता प्रतिपक्ष का नाम तय किया जाएगा। दिल्ली में आज होने वाली कमेटी की दूसरी बैठक में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सभी सांसदों और पार्टी अध्यक्ष उदयभान के अलावा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया भी शामिल होंगे। रिपोर्ट के बाद, पार्टी जल्द ही विधायक दल के नेता का नाम घोषित करेगी।
कमेटी ने विधायकों से वन टू वन बात की
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के कारणों को जानने के लिए गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने हारे हुए प्रत्याशियों और विधायकों से वन टू वन बात की है। कमेटी में शामिल छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और राजस्थान कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए हर नेता से वन टू वन बात की है। किसी भी प्रत्याशी को इसे रिकॉर्ड करने की इजाजत नहीं दी गई। उन्होंने चुनाव हारने वाले प्रदेश के 90 नेताओं में से 53 से बात की है। कमेटी ने चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों से 4 तरह के सवाल पूछे थे। जिसके बाद कमेटी ने लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें ईवीएम से ज्यादा चुनाव के दौरान तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि, कमेटी के सदस्य इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
दीपक बावरिया पर जेपी का बयान
कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने हरियाणा के हिसार में कहा, आज कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग मीटिंग होनी है। वे खुद इसमें शामिल होंगे। इससे साफ हो जाएगा कि उनकी क्या भूमिका थी। बहुत कुछ सामने आएगा। कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया के बारे में कांग्रेस सांसद ने कहा कि वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने टिकट बंटवारे को बहुत अच्छे तरीके से करवाने की कोशिश की थी। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कल तय करेगी कि किसकी क्या भूमिका थी।
कमेटी की रिपोर्ट सामने नहीं आई
हरियाणा चुनाव के नतीजे घोषित हुए दो महीने से ज्यादा हो गए हैं। लेकिन फैक्ट फाइंडिंग कमेटी अभी भी हार की जांच में जुटी हुई है। दरअसल, कांग्रेस चुनाव दर चुनाव अपने खराब प्रदर्शन की समीक्षा करती है, लेकिन उनसे जुड़ी रिपोर्ट रहस्य के पर्दे से बाहर नहीं आ पाती। ऐसे में सवाल यह है कि हरियाणा में चुनावी हार के लिए पार्टी की संगठनात्मक कमजोरी से जुड़ी कितनी सच्चाई सामने आ पाएगी।