( गगन थिंद ) हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने सोमवार को दोपहर बाद उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 20 उम्मीदवारों के नाम हैं। AAP की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि कांग्रेस के साथ उसका कोई गठबंधन नहीं हो रहा है। हरियाणा AAP के प्रदेशाध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि पार्टी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर कई बैठकें हुईं। AAP ने 10 सीटें मांगी थीं, लेकिन कांग्रेस ने 4+1 का ऑफर दिया था। जिस पर सहमति नहीं बनी। राज्य में 90 विधानसभा सीटों पर सिंगल फेज में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे।
AAP की पहली लिस्ट की खास बातें
कैथल की कलायत सीट से सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा को टिकट दिया है।
करनाल की असंध सीट से 32 साल के अमनदीप जुंडला को मैदान में उतारा है।
10 सीटें मांग रही थी AAP
राज्य में गठबंधन को लेकर कांग्रेस-AAP के बीच 3 मीटिंग हुईं। I.N.D.I.A. गठबंधन के तहत AAP कांग्रेस से 10 सीटें मांग रही थी, कांग्रेस ने आप को 4+1 का ऑफर दिया था। दो मीटिंग के बाद सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी। इसके बाद तीसरी मीटिंग में कांग्रेस ने एक और सीट का ऑफर दिया। हालांकि दोनों पार्टी की तरफ से इसको लेकर सहमति नहीं बन पाई।
बाबरिया की बिगड़ी तबीयत, गठबंधन पर नहीं हुई मीटिंग
हरियाणा विधानसभा चुनाव में आप के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया बातचीत कर रहे थे, लेकिन सुबह तड़के तबीयत बिगड़ जाने के बाद वह घर में आराम कर रहे हैं। डॉक्टरों ने भी सलाह दी है कि वह कोई भी फिजिकल एक्टिविटी न करें। ऐसे में सोमवार को AAP के साथ कांग्रेस की कोई मीटिंग नहीं हो पाई।
हुड्डा-सुरजेवाला कर रहे थे विरोध
कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी के गठबंधन का पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला विरोध कर रहे थे। दोनों नेताओं का कहना था कि हरियाणा में इस समय कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। बीजेपी को हराने के लिए हमें हर सीट पर मजबूत प्रत्याशी लड़ाने की जरूरत है। जिसके बाद राहुल गांधी ने गठबंधन के फैसले पर एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट में गठबंधन नहीं करने करने की सलाह दी।
लोकसभा चुनाव में हुआ था गठबंधन
करीब 3 महीने पहले हरियाणा में AAP और कांग्रेस ने I.N.D.I.A गठबंधन के तहत लोकसभा चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने 9 तो AAP ने एक सीट कुरुक्षेत्र पर उम्मीदवार उतारा था। AAP ने यहां से प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुशील गुप्ता को उम्मीदवार बनाया था। वह बीजेपी के नवीन जिंदल से हार गए थे।