हरियाणा के जिला रोहतक बस स्टैंड पर गुरुवार को हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा की बैठक हुई, जिसमें कर्मचारियों की मांगों पर मंथन किया गया, साथ ही आंदोलन का भी ऐलान कर दिया गया। अब पूरे प्रदेश में 23 अगस्त को बड़े स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि रोडवेज कर्मी सरकार ने अपनी मांगें मनवा पाएं।
हरियाणा रोडवेज कर्मचरी सांझा मोर्चा ने सरकार पर मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन को उग्र करने का निर्णय लिया। सांझा मोर्चा की बैठक नए बस स्टैंड पर वरिष्ठ सदस्य दिलबाग मलिक की अध्यक्षता में हुई। बैठक में 23 अगस्त को प्रदेशभर में सभी डिपो पर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए रोडवेज विभाग को बर्बाद करने पर तुली हुई है। तेजी से विभाग का निजीकरण किया जा रहा है। अगर सरकार ने निजी मार्गों पर 952 के लगभग परमिट देने का प्रयास किया तो रोडवेज कर्मचारी इस प्रक्रिया को किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं करेगा।
दिलबाग मलिक ने कहा कि सरकार के खिलाफ 10 सितंबर को करनाल में सांझा मोर्चा का विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन किया जाएगा। बैठक में प्रधान सचिव परिवहन हरियाणा द्वारा सांझा मोर्चा के पदाधिकारियों के प्रति नकारात्मक रवैये की भी कड़े शब्दों में निंदा की गई और सरकार से तुंरत निजी परमिटों पर रोक लगाकर कर्मचारियों की जायज मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की गई।