( गगन थिंद ) हरियाणा में फतेहाबाद के टोहाना से BJP उम्मीदवार पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने शुक्रवार को किसानों से माफी मांगी। किसानों की पंचायत में पहुंचे बबली ने किसान नेताओं को माफीनामा सौंपा और हाथ जोड़े।
बता दें कि 12 मार्च को जब भाजपा-JJP की गठबंधन सरकार में बबली पंचायत मंत्री थे तो विरोध प्रदर्शन के दौरान उनकी किसानों से धक्कामुक्की हो गई थी। इस मामले में किसानों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए।
हालांकि बबली ने भरोसा दिलाया कि वे सभी केस रद्द करवा देंगे। वहीं किसानों ने कहा कि बबली को किसानों को धक्के मारने और पर्चे रद्द कराने में माफी दी गई है। उनका चुनाव में कोई समर्थन नहीं होगा। भाजपा का विरोध आगे भी जारी रहेगा।
6 महीने पहले हुई थी किसानों-बबली में हुई थी धक्का मुक्की
इसी साल 12 मार्च को बतौर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली जाखल में PM नरेंद्र मोदी के लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यहां पहुंचने से पहले किसानों ने उनका घेराव कर दिया। बबली से किसान आंदोलन और बाढ़ से जुड़े मुआवजे पर सवाल पूछने शुरू कर दिए। इसको लेकर हंगामा मच गया। किसानों और बबली में धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
पहले कहा था- राजनीति करते हैं
जिस समय बबली इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे, तो दूसरी तरफ उनकी मंत्री की कुर्सी जा रही थी। इसी दिन प्रदेश में लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर सहमति न होने से भाजपा-जजपा का गठबंधन टूटा था। बबली के मंच के सामने भी किसान पहुंच गए थे और नारेबाजी की थी।
इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए बबली ने उस समय कहा था कि कुछ लोग किसानों के नाम पर राजनीति कर किसानी व किसानों को बदनाम कर रहे हैं, ऐसा न करें। उन्होंने कहा था कि किसानों की मांगों पर 4 दिन पहले ही वे नारेबाजी करने वाले लोगों के साथ चांदपुरा रेस्ट हाउस में मिले थे, उनकी मांगों पर गौर किया जा रहा है।
2-4 भाई यहां नारेबाजी कर किसानों को बदनाम न करें। इस तरह की घटिया राजनीति कुछ लोग करते हैं, कमरे में कुछ और बाहर कुछ और करते हैं।