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राव इंद्रजीत के घर डिनर पर पहुंचे भाजपाई-केंद्रीय मंत्री-सीएम मे सुलह कराने के प्रयास मिशन-2024 को लेकर चर्चा

आखिरकार प्रदेश की भाजपा सरकार अपने ही केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दरवाजे पहुंच ही गई। दावा तो यही है कि मिशन-2024 की मंत्रणा को लेकर सीएम समेत पार्टी नेता और सांसद दिल्ली में इंद्रजीत के आवास पर जुटे थे, लेकिन इस डिनर डिप्लोमेसी के पीछे की एक असल वजह यही थी कि किसी तरह सीएम मनोहर लाल और राव इंद्रजीत सिंह के बीच चल रही खटास को कम किया जाए।

असल में जब मिशन 2024 की चर्चा आती है तो अहिरवाल क्षेत्र की 11 विधानसभा सीटें भी सामने दिखाई पड़ती हैं। भाजपा नेतृत्व ने कैबिनेट विस्तार में भूपेंद्र यादव को राव इंद्रजीत से बड़ा चेहरा बनाने की कोशिश की, लेकिन पार्टी ने जो चाल चली थी, उस पर राव को पटकनी नहीं दी जा सकी। अब भाजपा बैक पुट पर है और राव इंद्रजीत को साधने में जुट गई है। इस बैठक में भूपेंद्र यादव शामिल नहीं हुए।

केजरीवाल तो बहाना, निशाने पर तो अपने हैं

केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दिल्ली आवास पर सोमवार रात को आयोजित डिनर में सीएम मनोहर लाल, हरियाणा भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के साथ लोकसभा व राज्यसभा के सांसद और हरियाणा के कई मंत्री शामिल हुए। बैठक के बाद बाहर आए भाजपा के नेताओं ने मिशन-2024 पर मंत्रणा के साथ चंडीगढ़ के मुद्दे पर दिल्ली सीएम केजरीवाल को खरी-खरी सुनाने की बातें तो खूब की, लेकिन इस पर चुप्पी साध गए कि राव इंद्रजीत सिंह की नाराजगी कुछ कम कर पाए या नहीं।

कहा यही जा रहा है कि यहां पहुंची ‘सरकार’ ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राव इंद्रजीत के बीच कई मुद्दों को लेकर चल रही खटास को दूर करने का प्रयास हुआ है। इसमें कामयाबी किस हद तक मिली, इसको लेकर फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है।

पाटौदा में दिखा चुके ताकत

राजनीतिक गलियारों में चर्चा यही है कि प्रदेश सरकार खासकर सीएम से नाराज चल रहे राव इंद्रजीत सिंह को पार्टी की मुख्यधारा में लाने के लिए ही डिनर रखा गया था। भाजपा अध्यक्ष स मिशन 2024 को लेकर चलने की बात कर रहे हैं, उनमें सबसे महत्वपूर्ण अहिरवाल क्षेत्र की चुनौती भी पार्टी के लिए कम नहीं है। राव नाराज चल रहे हैं और उनके मुकाबले पार्टी किसी को खड़ा नहीं कर पाई है। उपर से राव पिछले दिनों झज्जर के पाटौदा में रैली कर ताकत दिखा चुके हैं। वे बेटी आरती राव को राजनीति में स्थापित करने में जुटे हैं

सही में हैं अहिरवाल के राजा

राव इंद्रजीत का केन्द्र और राज्य की राजनीति में 40 वर्षों से दबदबा है। उनको अहिरवार के राजा के नाम से जाना जाता है। राव इंद्रजीत सिंह भी समय समय पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की खिलाफत करते रहे हैं। पिछले दिनों भाजपा नेतृत्व ने भूपेद्र यादव को उनके मुकाबले खड़ा करने के प्रयास किए। उनको राव इंद्रजीत से बड़े मंत्री का ओहदा देने के पीछे भी राव की ताकत को कम करने का प्रयास करना था, लेकिन इसमें भाजपा कामयाब नहीं हुई और सोमवार रात को राव इंद्रजीत को साधने के मकसद से ही सरकार उनके दरवाजे पर पहुंची।

कांग्रेस राज में भी रहे उग्र

बता दें कि राव इंद्रजीत सिंह दक्षिणी हरियाणा के विकास को लेकर 10 वर्ष तक कांग्रेस के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी टकराते रहे। यही हाल भाजपा सरकार के बीते सात वर्ष का रहा है। अब राव इंद्रजीत सिंह भाजपा के के सीएम मनोहर लाल से 36 का आंकड़ा लगाए हैं। दक्षिण हरियाणा के विकास के नाम पर वे प्रदेश की अपनी ही सरकार पर हमलावर हैं। भाजपा के नेता दबी जुबान से मानने लगे हैं कि राव का कोई तोड़ उनके पास नहीं है और अब उनको मनाने की कवायद शुरू की गई है।

दीपेंद्र हुड्‌डा की सक्रियता ने बढ़ाई चिंता

अहिरवाल क्षेत्र की मांगों को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांद दीपेंद्र हुड्‌डा की सक्रियता ने भी भाजपाइयों को चिंता में डाल दिया है। पिछले दिनों अहीर रेजिमेंट के गठन को लेकर जो आंदोलन ओर पद यात्रा हुई, उसे दीपेंद्र ने अपने पक्ष में करने का दांव खेला। अहिरवाल के साथ लगते झज्जर तक दीपेंद्र की पकड़ है। इसको आगे बढ़ाने के प्रयास में लगे दीपेंद्र हुड्‌डा ने राज्यसभा में अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग कर भाजपा नेताओं को एकाएक सक्रिय कर दिया। भाजपाई अपने भूपेंद्र यादव को खड़ा नहीं कर पाए तो फिर से राव की शरण में आ गए हैं।

इन पर मंथन का दावा

हरियाणा भाजपा के प्रधान ओमप्रकाश धनखड़ ने राव इंद्रजीत के आवास पर बैठक को लेकर यही कहा कि मिशन-2024 पर चर्चा की गई है। मनमुटाव वाली कोई बात पार्टी में नहीं है। राज्य सभा और लोकसभा सांसदों के साथ चर्चा की गई है कि किस प्रकार से सरकारी तंत्र में और सुधार लाया जाए और पार्टी में नए लोगों को जोड़ा जाए। कई मुद्दों पर सांसदों से सलाह मशविरा किया गया है। मिशन 2024 को भी सभी के सामने रखा गया। सरकार और संगठन की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा की गई

चंडीगढ़ के मुद्दे पर केजरीवाल निशाने पर

पंजाब में सरकार बनाने के बाद दिल्ली के सीएम केजरीवाल हरियाणा में भी पूरी ताकत के साथ उतर आए हैं। भाजपा नेता इसे गंभीरता से ले रहे हैं। चंडीगढ़ को लेकर पंजाब विधानसभा के प्रस्ताव के बाद भाजपा को केजरीवाल को घेरने का मुद्दा मिल गया है। डिनर के दौरान नेताओं ने इसको लेकर भी चर्चा की। बैठक के बाद केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि चंडीगढ़ पर जितना पंजाब का अधिकार है उतना हरियाणा भी का भी है। अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रस्ताव पास करने से कुछ होने वाला नहीं है। केजरीवाल को स्पष्ट करना चाहिए कि वे पंजाब के साथ हैं या हरियाणा के।

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