भारतीय किसान यूनियन नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने प्रदेश व केंद्र सरकार से यूक्रेन में फंसे युवाओं को निकाल कर लाने की अपील की है। उन्हें वहां से निकालने का पूरा खर्च भी सरकार वहीं वहन करे। इसके साथ ही व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय बेरोजगारी की वजह से बहुत से लड़के दूसरे देशों में जाकर अपना गुजर-बसर करते हैं। युवा परिवार को चलाने के लिए, रोजी-रोटी कमाने के लिए विदेशों में जा रहे हैं।
यूक्रेन में भी गए हुए हैं। अब रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हो गया है। ऐसे में युवा वहां पर फंस गए हैं। उनके वापस आने का कोई रास्ता नहीं है। वहां पर रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है। वहां पर भारतीय दूतावास से गुहार लगाई जा रही है। हमारी हरियाणा सरकार से, भारत सरकार से दोनों सरकारों से विनती है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लें और वहां पर जो भी देश या प्रदेश का युवा फंसा है, उनको वापस लाया जाए।
सरकार गंभीरता से ले मैटर, युवाओं को निकालें
चढूनी ने कहा कि सरकार इस मैटर को गंभीरता से ले। प्रदेश सरकार दूसरी सरकार के पास जाए और इस विषय पर बातचीत करे। उन्हें बाहर निकालने की व्यवस्था करे। साथ ही उनके खर्च को भी वहन करे। यहां से जो रोजी-रोटी कमाने के लिए गए थे, परिवार का पेट पालने के लिए यूक्रेन में गए थे, वे इस वक्त मुसीबत में हैं। उनका वहां से निकालना बहुत जरूरी है। केंद्र व प्रदेश सरकार मिलकर इस काम को पूरा करें।