हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले में शातिर ठगों ने एक कंपनी के कर्मचारी से 1.94 लाख रुपए ठग लिए। धोखाधड़ी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन दिलाने की नाम पर की गई। पीड़ित ठगों के जाल में ऐसा फंसा कि उसने अपना घर तक गिरवी रख दिया। लाइन पार थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, बहादुरगढ़ के लाइन पार थाना एरिया में निजामपुर रोड पर रहने वाले रमेश चन्द्र मिश्रा के पास 31 मार्च को कॉल आई थी। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 7 लाख 60 हजार रुपए का लोन मिल जाएगा।
80 हजार रुपए सब्सिडी भी मिल जाएगी। सब्सिडी के लालच में रमेश ठगों के जाल में फंस गया। आरोपियों ने लोन दिलाने की ऐवज में सबसे पहले 4670 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कराए। इसके बाद कभी जीएसटी तो कभी इंश्योरेंस के नाम पर पेटीएम, गूगल-पे, फोन-पे के जरिए उससे नकदी ट्रांसफर कराते रहे।
इंश्योरेंस के नाम पर दिए गए 15 हजार 200 रुपए वापस रिफंड करने की भी बात कही। इस तरह 17 अप्रैल तक आरोपियों ने उससे 1 लाख 94 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद शातिर ठगों ने बताया कि उनका लोन पास हो चुका और कुछ पैसे और ट्रांसफर कराने होंगे तो यह बात सुनकर उसे शक हो गया।
इसके बाद उसने कोई राशि ट्रांसफर नहीं की तो शातिरों ने अपना फोन ही बंद कर लिया। रमेश चन्द्र की मानें तो ठगों के खातों में ट्रांसफर की गई नकदी उसने अपने मकान को गिरवी रखकर दी थी। रमेश चन्द्र ने शिकायत लाइन पार थाना पुलिस को दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।