हरियाणा के पंचकूला नगर निगम में कांग्रेसी पार्षदों और जेई के बीच मारपीट करने के मामले में पंचकूला के कांग्रेसी डीसीपी कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया है। धरने पर पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन पहुंचे। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस जेई के खिलाफ जाति सूचक शब्द बोलने पर एससी-एसटी के तहत केस दर्ज नहीं करेगी, तक तक उनका धरना जारी रहेगा। साथ ही पार्षदों के खिलाफ लगाई गई धारा 307 को हटाया जाए। चंद्रमोहन ने कहा कि यह अकेले कांग्रेस की लड़ाई नहीं है, सरकार की ज्यादतियां आम आदमी पर भी है। इसलिए सबको एकजुट होना जरूरी है। इस लड़ाई के लिए हमें भाजपा नेताओं का भी घेराव करना पड़ा तो हम करेंगे। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन के दौरान दरी पर बैठकर और खड़े होकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जबकि कांग्रेस के बड़े नेता कुर्सियां पर बैठे रहे। इससे पहले सोमवार को कांग्रेसी नेता चंद्रमोहन ने पुलिस कमिश्नर सौरभ सिंह को ज्ञापन सौंपकर जेई पर एससी-एसटी एक्ट लगाने की मांग की थी। बाकायदा कांग्रेस ने रविवार को प्रेस वार्ता करके 30 मार्च तक का अल्टीमेटम भी दिया था।
यह था पूरामामला
पिछले सप्ता ह शुक्रवार को विकास कार्यो को लेकर कांग्रेसी पार्षद पंकज व अक्षय की जेई रोहित सैनी के साथ कहासुनी हो गई थी, जो बाद में मारपीट तक पहुंच गई। यह मारपीट नगर निगम कार्यालय पंचकूला में हुई। इसके बाद जेई की शिकायत पर पुलिस ने दोनों कांग्रेसी पार्षदों के खिलाफ जानलेवा हमला करने के प्रयास के तहत मामला दर्ज कर दिया। कांग्रेसियों का आरोप है कि जेई का पहले भी चार बार स्टाफ के साथ झगड़ा हो चुका है और सत्तापक्ष के इशारे पर उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।