प्रदेश सरकार की तरफ से जल्द ही माता गेट स्थित सूर्यकुंड डेरे में नशामुक्ति केंद्र बनाया जाएगा। यह नशा मुक्ति केंद्र डेरे के पीछे पड़ी जमीन में बनाया जाएगा। शहर के सूर्यकुंड डेरे में नशामुक्ति केंद्र बनाने की घोषणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को पंचकूला में आयोजित हुए संत समागम में की है। अब इसके निर्माण को लेकर जल्द ही प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस समय जिले में महज दो ही नशा मुक्ति केंद्र है। इसमें से एक सरकारी अस्पताल तो एक चीका में है। इसके अलावा कैथल में शहर में कोई नशा मुक्ति केंद्र नहीं है। डेरे में केंद्र बनने के बाद नशा मुक्ति केंद्र की संख्या तीन हो जाएगी। अमर उजाला ने नशा मुक्ति कार्यक्रम शुरू करने के बाद जिले में नशा मुक्ति केंद्रों की स्थिति का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। इसमें बताया था कि जिले में काफी कम नशा मुक्ति केंद्र है। इस कारण यहां पर नशा छुड़ाने वाले लोग दाखिल भी नहीं हो पाते हैं।
माता गेट स्थित सूर्यकुंड डेरे के महंत रमनपुरी ने बताया कि उन्होंने प्रदेश सरकार को उनके डेरे में नशा मुक्ति केंद्र बनाने के लिए जगह का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव पर ही कार्य करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां पर नशा मुक्ति केंद्र बनाने का प्रस्ताव पास किया है। वे डेरे में जगह संबंधित विभाग को उपलब्ध करवा देंगे। रमनपुरी ने कहा कि वर्तमान समय में युवा नशे की लत में आकर अपनी जिंदगी को बर्बाद करते है। डेरा प्रशासन का भी प्रयास है कि युवाओं को भटकने न दिया जाए और सही रास्ते पर लाया जा सके।