जगदीशपुरा (कैथल)। राजकीय महाविद्यालय, कैथल में आज जनसंचार और पत्रकारिता विभाग में गूगल न्यूज़ इनिशिएटिव द्वारा ‘फर्जी ख़बरें ‘परिणाम और निदान’ विषय पर ऑन- लाइन वर्कशॉप आयोजित की गयी। जिसमें मुख्य ट्रेनर और वक्ता के तौर पर जनसंचार और मीडिया विभाग, गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय हिसार के प्रो. उमेश आर्य रहे।
प्रो. उमेश आर्य ने कहा कि समाज में मीडिया साक्षरता अत्यंत जरुरी है ताकि लोग सही खबर और झूठी खबर में अंतर कर सके । उन्होंने विद्यार्थियों को फर्जी ख़बरों, संदेशों और अफवाहों को बिना सोचे- समझे आगे भेजने के दुष्परिणामों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कई बार झूठी ख़बरें व गलत तथ्य समाज में तनाव और साम्प्रदायिक दंगों की स्थिति पैदा कर देते है। चुनाव के दिनों में इस प्रकार के मैसेज बहुत बड़ी मात्र में संख्या में प्रसारित किये जाते है। अत: हमें विवेक से काम लेना चाहिए।
कार्यशाला के संयोजक डॉ. अभिषेक गोयल ने बताया कि आज कल सोशल मीडिया पर गंभीर मुद्दों पर तेजी से फर्जी वीडियो प्रसारित कर दिए जाते हैं जो आम लोगों को न केवल भ्रमित करते हैं, बल्कि उनका नुकसान भी करते हैं। आज की वर्कशॉप में मीडिया विद्यार्थियों को असत्य, झूठी, आधारहीन ख़बरों और सोशल मीडिया पर आने वाले फेक और भड़काऊ टेक्स्ट मैसेज, इमेजेज एवं विडियो की विश्वसनीयता और प्रमाणिकता को हम किस प्रकार इन्टरनेट पर उपलब्ध विभिन्न टूल्स और साइट्स के माध्यम से परख सकते है, बताया गया।
प्रो. वीरेंदर ने कहा कि हम बिना सोचे समझे सोशल मीडिया पर प्राप्त मैसेज को आगे फॉरवर्ड कर देते है जो की गलत है। हमें पहले उनकी सत्यता को जान लेना चाहिए। मीडिया विद्यार्थी शिवानी ने कहा कि आज की इस वर्कशॉप से उन्हें व्हट्सएप्प पर प्राप्त मैसेजज को बिना सोचे – समझे आगे फॉरवर्ड कर देने की आदत को बदलने सीख मिली है। अब वह मैसेज को फॉरवर्ड करने से पहले उसकी प्रमाणिकता को जांचेगी, वहीँ छात्र विकास सैनी ने कहा कि सोशल मीडिया पर आने वाली पोस्ट और संदेशों पर आँखे मूंद कर विश्वास करने से पहले वह उनको सही परिप्रेक्ष्य में जानने का प्रयास करेगा ।