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खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने किसानों को किया संबोधित

( गगन थिंद ) हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसानों की महापंचायत हो रही है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को स्ट्रेचर से मंच पर लाया गया। अब उन्होंने ‌किसानों को संबोधित करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा- पुलिस ने मुझे उठाने का कई बार प्रयास किया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों नौजवान हमारे पास पहुंचे और मोर्चा संभाला। आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह सिर्फ ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे। जगजीत डल्लेवाल 40 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने देशभर के किसानों से बातचीत के लिए 4 जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की  उधर, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की हरियाणा के टोहाना में महापंचायत हो रही है। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे। उन्होंने कहा, “खनौरी बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को केंद्र चला रहा है। केंद्र इस आंदोलन को लंबा खींचना चाहता है। अगर डल्लेवाल की मौत होती है तो मृतक देह को सरकार को नहीं दी जाएगी।”

दूसरी ओर, बरनाला-मोगा नेशनल हाईवे पर जेल के पास किसानों से भरी बस की ट्रक से टक्कर हो गई। हादसे में कई किसान घायल हो गए। उन्हें बरनाला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस जगजीत सिंह के गांव डल्लेवाल से आई थी, जो खनौरी बॉर्डर पर किसान महापंचायत के लिए जा रही थी।

किसानों की मौतों पर अंकुश लगाना जरूरी
किसानों को संबोधित करते हुए डल्लेवाल ने कहा- हम किसानों के नेता हैं। किसानों की इतनी मौतों पर किसी किसान नेता ने कुछ नहीं कहा। जो किसान मारे गए, उनके परिवारों और बच्चों का क्या हुआ? उनकी मौतों पर अंकुश लगाना जरूरी है

अपने संबोधन में किसान नेता डल्लेवाल ने कहा है कि पुलिस की ओर से उन्हें उठाने का प्रयास किया गया। जब लोगों को पता चला तो पंजाब और हरियाणा से सैकड़ों नौजवान मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला। डल्लेवाल ने कहा कि आज जो लोग मोर्चे पर पहुंचे हैं, यह ऊपर वाले की कृपा है। सरकार जितना मर्जी जोर लगा ले, हम मोर्चा जीत कर ही रहेंगे।

डल्लेवाल ने आगे कहा- कई काम कठिन होते हैं, लेकिन अगर उसे कठिन सोचकर हम बैठे रहेंगे तो हमारा काफी नुकसान होगा। इस साल 4 लाख किसान सुसाइड कर चुके हैं। यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई है। इसका हवाला मैं दे रहा हूं।

टिकैत बोले- डल्लेवाल को अनशन खत्म करने को नहीं कह सकते

टोहाना में किसान नेता राकेश टिकैत ने अलग-अलग जगहों पर महापंचायत के सवाल पर कहा कि उस कमेटी का आंदोलन 10-11 माह से वहां चल रहा है। यहां तो एक दिन की पंचायत की जा रही है, जिसमें किसानों की मांग उठाई जा रही है। इस पंचायत और उस आंदोलन का आपस में कोई संबंध नहीं है। वहां के आंदोलन को वहां की कमेटी चला रही है, यहां पर संयुक्त किसान मोर्चा की पंचायत है, 7 को भी पूरे देश में पंचायत होगी।

अभी तक हमारी मीटिंगें चल रही हैं, अभी तक कोई धरना आंदोलन नहीं चल रहा। हम अपने संगठन के बैनर के तले काम कर रहे हैं। जहां कोई समस्या है, उसको उठाते रहते हैं। अभी नया आंदोलन शुरू नहीं किया जा रहा, अभी तो मीटिंगें की जा रही हैं। सरकार ने बात नहीं मानी तो फिर देखेंगे। वहां के आंदोलन के बारे में वहां की कमेटी बात बता सकती है। संयुक्त किसान मोर्चा एक है, जिन्होंने वो मूवमेंट शुरू किया, वो अलग है। वो आगे जाएंगे या वहीं रुकेंगे, उस पर वही बताएंगे।

टिकैत ने डल्लेवाल के समर्थन के सवाल पर कहा कि हम उनसे खनौरी बॉर्डर पर जाकर मिलकर आए थे। हम उन्हें नही कह सकते ही अनशन खत्म करें, यह निर्णय उनकी कमेटी लेगी। एमएसपी गारंटी कानून लागू हो, अभी जो नए ड्राफ्ट आए हैं, उसका भी किसान विरोध करते हैं।

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