( गगन थिंद ) पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ ने नए साल के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, जिससे शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों में असंतोष फैल गया है। एक किसान ने कहा कि अगर दिलजीत को सच में किसानों की चिंता होती, तो वे शंभू बॉर्डर पर डल्लेवाल जी के साथ खड़े होकर हमारी चिंताओं को सुनते और अपने पुराने बयानों पर कायम रहते। पीएम मोदी से उनकी मुलाकात ने उनके इरादों पर सवाल खड़े किए हैं।
इस मुलाकात के बाद किसानों का मानना है कि दिलजीत का यह कदम उनके आंदोलन के प्रति वचनबद्धता से मेल नहीं खाता। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो 39 दिन से आमरण अनशन पर हैं, फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए कानून की मांग कर रहे हैं।
दिलजीत का पीएम मोदी से मिलना इसलिए खास है क्योंकि वे अक्सर सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। कुछ समय पहले अहमदाबाद में एक कॉन्सर्ट के दौरान दिलजीत ने शराब पर आधारित गानों पर अपनी राय दी थी और कहा था कि अगर सरकार शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाती है, तो वह ऐसे गाने नहीं गाएंगे। लुधियाना में एक अन्य कॉन्सर्ट में भी उन्होंने एल्कोहल को प्रमोट करने वाले गानों का प्रदर्शन किया, जिसके कारण सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
किसानों को लेकर दिलजीत और बीजेपी सांसद कंगना रनोट के बीच सोशल मीडिया पर कई बार बहस हो चुकी है। कंगना ने एक बार दिलजीत को करण जौहर का पालतू करार दिया था, जिसके बाद दिलजीत ने कंगना को “बददिमाग” कहा था। अब, देखना यह होगा कि पीएम मोदी से दिलजीत की मुलाकात के बाद कंगना का क्या रिएक्शन होता है।