( गगन थिंद ) 16 दिसंबर को शंभू-खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में हरियाणा में बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद और अंबाला में किसान ट्रैक्टरों के साथ सड़कों पर उतरे। हांसी और सोनीपत में भी किसानों ने अपने मार्च का आयोजन किया। इसी बीच, हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने कांग्रेस और AAP सरकार से MSP की गारंटी देने की मांग की, जबकि परिवहन मंत्री अनिल विज ने किसानों से अपील की कि वे ट्रेनें न रोकें क्योंकि इससे आम जनता को परेशानी होती है।
भाजपा अध्यक्ष बड़ौली बोले- MSP किसानों का हक
हरियाणा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने सोनीपत में पत्रकारों से बातचीत में किसानों के ट्रैक्टर मार्च पर कहा कि वो तो किसानों के साथ हैं। किसानों का हक बनता है कि उनकी जो फसल है, उसे MSP पर खरीदने की गारंटी सरकार दे। वे मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हरियाणा में किसानों की 24 फसलें MSP पर खरीदने की गारंटी दी है।आज हरियाणा का किसान उससे संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है या आम आदमी की सरकार है, वो भी इस प्रकार की व्यवस्था करे कि किसानों को फसल पर MSP मिले। आज विपक्ष जो बोलता है, उसकी भी जिम्मेदारी है कि वो भी करके दिखाए। अपनी सरकारों में किसानों की फसल खरीद की गारंटी दें।
मंत्री विज बोले- प्रशासन से इजाजत लेनी चाहिए
किसानों के ट्रैक्टर मार्च और रेल रोको आंदोलन पर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा- ”देखिए जहां तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का सवाल है तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रशासन से इजाजत लेकर हर संस्था को प्रदर्शन करने का अधिकार होता है।” विज ने आगे कहा कि जहां तक रेल रोकने की बात है उन्हें (किसानों को) ये नहीं करना चाहिए। इससे लाखों लोगों को परेशानी होती है। पंजाब जाने वाली गाड़ियां ही रुक जाएंगी तो इससे पंजाब के लोगों को ही दिक्कत होगी। इसलिए किसी और तरीके से प्रदर्शन करें, जो इनकी आवाज भी उठती रहे और काम में भी बाधा ना पड़े।
आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल को साइलेंट अटैक का खतरा
खनौरी बॉर्डर पर 20 दिन से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने राष्ट्रपति के नाम लेटर लिखा है। किसानों ने आज डल्लेवाल द्वारा लिखी गई लेटर की कॉपी DC और SDM को सौंपी।वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल का वजन काफी कम हो चुका है। उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा है। उनका शरीर कमजोर हो गया है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना जरूरी है।
किसान यूनियन बोली- लेटर पर डल्लेवाल के साइन नहीं
उधर, किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने रविवार को पंजाब की सभी किसान यूनियनों को लेटर लिखकर एक मंच पर आने की बात कही थी। पंधेर के लेटर पर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आंदोलन का मुख्य चेहरा जगजीत सिंह डल्लेवाल भी हैं, लेकिन लेटर पर उनकी यूनियन के साइन नहीं है। डल्लेवाल के संगठन से जुड़े नेताओं की अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि, पंधेर से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये इंटरनल कमेटी का मामला है। जिसे जो जिम्मेदारी दी गई थी, वह निभा रहा है।