हरियाणा के सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसान और पुलिस रविवार को फिर से आमने सामने हैं। किसानों के एक दल ने MSP की मांग को लेकर बॉर्डर से जंतर-मंतर के लिए कूच किया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनको रोक लिया। किसानों के हंगामे के चलते बॉर्डर पर जाम लग गया है। बड़ी संख्या में वाहनों के फंसे होने से आने जाने वालों की परेशानी बढ़ गई है।
दिल्ली पुलिस ने आने जाने से रोका
कुंडली-सिंघु बॉर्डर पर एमएसपी पर कानून बनाने और मृत किसानों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों के एक जत्थे ने रविवार को जलूस के रूप में दिल्ली के जंतर मंतर की ओर प्रस्थान किया। सिंघु बॉर्डर के पास ही किसानों के जत्थे को दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। किसान आगे बढ़ने के लिए अड़ गए। काफी देर तक किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच विवाद चला। इस बीच दोनों तरफ के रास्ते जाम हाे गए।
कुंडली पुलिस ने थाने लाकर छोड़ा
दिल्ली पुलिस ने किसानों को वापस जाने को कहा, लेकिन वो वहीं अड़ गए। बाद में दिल्ली पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में लेकर बाद में दिल्ली पुलिस ने किसानों को कुंडली पुलिस को सौंप दिया। कुंडली थाना पुलिस किसानों को थाने ले गई और वहां से रिहा कर दिया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच हंगामे के चलते बॉर्डर पर वाहनों का भारी जाम लग गया।
जंजीरों से बांध धरने पर हैं किसान
बता दें कि सरकार से समझौते पर संयुक्त किसान मोर्चा से अलग राय रखने वाले करीब 50 किसानों के एक जत्थे ने आंदोलन स्थगित होने के बाद कुंडली बॉर्डर के पास धरना शुरू कर दिया था। इनमें से 26 किसानों ने खुद को जंजीरों में बांध रखा है।
किसानों के साथ धोखा हुआ
प्रदर्शनकारी सतनाम, नरेश, राजेन्द्र का कहना है कि किसान मोर्चा ने सरकार से मिलीभगत कर मांगें पूरी हुए बिना ही आंदोलन स्थगित कर किसानों के साथ धोखा किया है। वे यहां पर तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक कि सरकार एमएसपी गारन्टी कानून नही बनाती। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया।