संयुक्त किसान मोर्चा 31 जनवरी को पूरे हरियाणा में विश्वासघात दिवस मनाएगा। इसका उद्देश्य केंद्र व राज्य सरकार को सशक्त संदेश देना है। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा से जुड़े सभी संगठनों की ऑनलाइन बैठक में तैयारियों की समीक्षा की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि कुछ जगह तहसील स्तर पर भी प्रदर्शन होंगे। सभी संगठन परस्पर तालमेल से सभी जगह संयुक्त प्रदर्शन करेंगे। मोर्चा के अनुसार केंद्र सरकार की 9 दिसंबर को दी गई जिस चिट्ठी के आधार पर किसानों ने अपना आंदोलन स्थगित किया था, उसके लिखित आश्वासन को पूरा न करने के विरोध में किसान विश्वासघात दिवस मना रहे हैं।
बैठक में शामिल योगेंद्र यादव, सत्यवान, इंद्रजीत सिंह, सुरेश कौथ, जोगेंद्र सिंह नैन, प्रेम सिंह गहलावत, डॉ. सुखदेव जम्मू, दीपक लांबा, सुमित, लखविंदर सिंह, जयकरण मांडोठी, गुरमुख सिंह, जरनैल सिंह ने कहा कि चिट्ठी मे केंद्र और राज्य सरकारों ने किसानों के विरुद्ध दर्ज केस वापस लेने और शहीद परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया था। हरियाणा में संशोधित भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 और संपत्ति क्षति वसूली अधिनियम को वापस लिए जाने की मांग व अन्य ज्वलंत मुद्दों को भी धरना प्रदर्शन में उठाया जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा मिशन उत्तर प्रदेश के तहत हरियाणा से कार्यकर्ताओं की टीमें विधानसभा चुनावों में साथ लगते सभी जिलों में जाएंगी। वे लोगों से अपील करेंगी कि पार्टी व इसके सहयोगी दलों को चुनावों में सबक सिखाएं। इसके साथ ही ट्रेड यूनियनों की 28 और 29 मार्च को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को संयुक्त किसान मोर्चा पूर्ण रूप से समर्थन देगा।