हरियाणा परिवहन विभाग ने रोडवेज के हजारों सेवानिवृत्त कर्मियों को बड़ा झटका दिया है। विभाग ने इनकी मुफ्त बस यात्रा पर रोक लगा दी है। इस बार सेवानिवृत्त कर्मियों को दिए गए पास पर नॉट फॉर फ्री ट्रैवलिंग लिखा हुआ है। जिसका रोडवेज के कर्मचारी संगठन कड़ा विरोध कर रहे हैं। उन्होंने पुरानी सुविधा को बहाल करने की मांग की है
सरकार ने लगभग 43 श्रेणियों को रोडवेज बसों में निशुल्क व रियायती दर पर यात्रा करने की सुविधा दे रखी है। इसमें रोडवेज के सेवानिवृत्त कर्मचारी भी शामिल थे लेकिन ताजा आदेश के तहत अब इन्हें बाहर कर दिया गया है। डिपो महाप्रबंधकों की ओर से जारी नए पास में मुफ्त यात्रा सुविधा खत्म कर दी गई है।
इस पर रोडवेज कर्मचारी एकता यूनियन के प्रांतीय प्रधान बलवान सिंह दोदवा, वरिष्ठ राज्य उपप्रधान सुरेश लाठर, महासचिव संजय गुलाटी, उपमहासचिव विमल शर्मा ग्योंग, कैशियर अशोक कुमार, ऑडिटर चंद्रभान सोलंकी व चेयरमैन गुरदीप सिंह ने कहा कि विभाग सेवानिवृत्त कर्मियों से अन्याय कर रहा है।
रोडवेज में 35 से 40 साल तक सेवा देकर सेवानिवृत्ति के बाद मुफ्त यात्रा की सुविधा कर्मियों से छीनना सही निर्णय नहीं है। इस फैसले को रोडवेज कर्मचारी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। यूनियन की मांग है कि मुफ्त यात्रा की सुविधा समाप्त करनी है तो सभी 43 श्रेणियों की करें।
यूनियन ने सभी निरीक्षकों व चालक-परिचालकों से अपील की है कि सरकार के फैसले पर अमल न किया जाए। बस में यात्रा करने वाले प्रत्येक सेवानिवृत्त कर्मचारी को मान-सम्मान देते हुए पहले की तरह मुफ्त सुविधा जारी रखें। रोडवेज के तमाम सेवानिवृत्त कर्मचारी इसके विरोध में एकजुट होकर आंदोलन करें। कार्यरत कर्मचारी उनका पूरा साथ देंगे।