कैथल। शिरोमणि अकाली दल (बादल) हरियाणा इकाई के सदस्यों ने वीरवार को नीम साहिब गुरुद्वारा में बैठक की। इसमें सदस्यों ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। साथ ही श्री दरबार साहिब की गुरबाणी प्रसारण का अलग-अलग चैनलों पर दिखाने के फैसले का विरोध भी किया। बैठक के बाद इकाई के महासचिव सुखबीर सिंह मांडी ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों की आपस में ही नहीं बनती है।
उन्होंने कहा कि जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल कहता है कि उनका प्रधान सबसे अलग चलता है। दीदार सिंह नलवी के भी विचार सबसे अलग हैं। जबकि से हरियाणा की अलग से कमेटी बनी है। तभी से प्रदेश में धरना प्रदर्शन में गुरुद्वारा का लंगर भी जाना बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक की अलग कमेटी के मांग करने वाले कहते थे कि प्रदेश के गुरुद्वारा का सारा पैसा पंजाब जा रहा है परंतु ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की अलग कमेटी के गठन से पहले प्रदेश के गुरुद्वारा का पैसा प्रदेश में ही लगाया जाता था। भारत सरकार को ही केवल अलग कमेटी बनाने की शक्ति थी, लेकिन प्रदेश सरकार ने ऐसा किया है। जबकि उसे इसकी अनुमति तक नहीं थी। प्रदेश में सिख समाज में इस सरकार के प्रति काफी रोष है। आगामी चुनावों में सिख समाज के बहुत कम लोग सत्तासीन पार्टी का साथ देंगे।
मांडी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा गुरबाणी के प्रसारण अलग-अलग चैनलों पर दिखाने पर कमेटी की तरफ से विरोध किया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इसके लिए एक चैनल को पहले ही यह शक्ति दी है, यह चैनल पहले से ही निशुल्क प्रसारण कर रहा है तो अब दूसरे चैनलों पर प्रसारण का फैसला क्यों लिया है। इसको लेकर कमेटी ने एक बैठक बुलाई है। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। इस मौके पर प्रधान शरणजीत सिंह सौथा, पृथ्वी सिंह झब्बर, गुरदीप सिंह, कुलदीप सिंह चीमा, मानविंद्र सिंह बाजवा व प्रीतम सिंह ढिल्लों मौजूद रहे।