हरियाणा में बाढ़ के प्रकोप को देखने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रभावित जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। सवेक्षण में औसत से अधिक बारिश की वजह से कुरुक्षेत्र के ग्रामीण इलाके में और अंबाला शहर के इलाके में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
सीएम ने बताया कि यमुनानगर, कैथल, पंचकूला तक के इलाकों में बारिश की वजह से लोग प्रभावित हुए हैं। राहत की बात यह है कि अब पानी धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार प्रभावित हुए लोगों की हर संभव मदद करेगी, अधिकारियों को इस बाबत सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
वहीं सीएम मनोहर लाल ने हवाई सर्वेक्षण के बाद हरियाणा पांच जिलों को अलर्ट मोड पर रख दिया है। इनमें जींद, फतेहाबाद, फरीदाबाद,पलवल,सिरसा जिले शामिल हैं। सीएम ने बताया कि जिन जिलों में जरूरत होगी वहां NDRF के साथ सेना को भी लगाया जाएगा।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि स्थानीय पुलिस के साथ प्रशासन सचिवों को भी जिलों की निगरानी के लिए लगाया गया है। अब तक बाढ़ से सूबे में 10 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा पशुधन और मकानों पर भी बारिश और पानी का अधिक प्रभाव हुआ है।
सभी जिलों के DC को बारिश की वजह से हुए नुकसान का एसेसमेंट कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। मृतकों के लिए 4 लाख रुपए के मुआवजे की की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि जिन मकानों को नुकसान पहुंचा है उनको डिजास्टर रिलीफ फंड या डॉ अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत दी सहायता राशि दी जाएगी। आम नागरिकों तक भोजन,पानी और पशुओं के लिए चारा मुहैया कराया जा रहा है। नाव के साथ साथ आज से एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर के जरिए भी गांव गांव तक भोजन पहुंचाया जाएगा।