कोरोना काल में बंद चल रहे सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए लगातार मांग कर रहे अभिभावकों की मांग अब हरियाणा सरकार ने मान ली है. हरियाणा अभिभावक एकता मंच व ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन आईपा की ओर से चलाए गए अभियान के बाद अब हरियाणा सरकार ने राज्य के 42 जर्जर सरकारी स्कूलों के जीर्णोद्धार का फैसला किया है. फरीदाबाद जिले में मौजूद इन सभी स्कूलों की बिल्डिंग को हाईटेक और नई बनाने के लिए शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने फंड भी जारी कर दिया है.
मौलिक शिक्षा निदेशालय पंचकूला ने एक करोड़ 62 लाख रुपए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के माध्यम से इन स्कूलों के मुखियाओं के पास भेज दिए हैं जिनमें प्राइमरी स्कूल सेक्टर-3 को 477500, सेक्टर-10 को 425000, एनआईटी 3 को 600159, एनआईटी-1 को 586658, एनआईटी-2 को 311183 रुपए जारी किए गए हैं. जल्द ही इन स्कूलों की बिल्डिंग को दोबारा से बनाया जाएगा.
हरियाणा सरकार की ओर से पैसा दिए जाने पर मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा व प्रदेश संरक्षक सुभाष लांबा ने कहा है कि इससे पहले भी अभिभावकों की लगातार मांग और मुहिम के बाद कई स्कूलों में काम किया गया है. अनंगपुर की बहुमंजिल बनी हाईटेक स्कूल बिल्डिंग में पढ़ाई शुरू हो चुकी है और फरीदपुर, तिगांव, मोहना, गोच्छी स्कूल की हाईटेक बिल्डिंग बनकर तैयार होने वाली है.
हालांकि देखा गया है कि जिन स्कूलों के कमरों का 5-6 साल पहले निर्माण हुआ आज उनकी हालत बहुत खराब है. आगे ऐसा ना हो इसके लिए मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ता समय-समय पर इन 42 स्कूलों में होने वाले जीर्णोद्धार कार्य का समय-समय पर निरीक्षण करते रहेंगे. इसके साथ ही मंच ने इन स्कूलों के गांव व सेक्टर के लोगों से भी कहा है के वे भी इन स्कूलों में बनने वाले कमरों की क्वालिटी की जांच करते रहें.