( गगन थिंद ) हरियाणा सरकार ने पहली बार भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट तैयार की है। इस लिस्ट में 370 पटवारियों को भ्रष्ट करार दिया गया है। सरकार का दावा है कि ये पटवारी पैमाइश, इंतकाल, रिकॉर्ड ठीक करने और नक्शा पास कराने के बदले भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इनमें से 170 पटवारी ऐसे हैं, जिन्होंने अपने सहायक भी रखे हुए हैं। जिलावाइज लिस्ट में पटवारियों की जाति तक दर्ज की गई है।
सरकार की खुफिया रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है कि कुछ पटवारियों ने निजी मकानों में ऑफिस खोल हुए हैं। वहां अपने सहायक के जरिए लोगों से काम के एवज में रिश्वत ले जाती है। इस लिस्ट में उन पटवारियों का अलग से जिक्र किया गया है। उनके नाम के साथ उनके सहयोगियों के नाम भी जारी किए गए हैं।
इस सूची में कैथल जिले के 46 पटवारियों के नाम सामने आए हैं। इन पटवारियों पर यह भी आरोप है कि इन्होंने विभाग को सूचना दिए बिना सहायक रखे हैं। इस संबंध में जिला उपायुक्त को नाम सहित पटवारियों को लेकर पत्र जारी किया गया है।
आरोप हैं कि इन पटवारियों द्वारा रजिस्ट्री, इंतकाल पैमाइश, रिकॉर्ड व अन्य कार्यों में भ्रष्टाचार किया जाता है। क्योंकि आमजन को अपने कार्य पूरे करवाने के लिए पटवारियों के पास जाना पड़ता है, इसलिए इन पटवारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार से सरकार की छवि खराब होती है।
मामले को लेकर कैथल डीआरओ चंद्रमोहन से बात की तो उन्होंने बताया कि पटवारियों पर भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों को लेकर उनके पास एक सूची आई है। सूची में जिले के 46 पटवारियों व उनके 7 सहायकों का नाम शामिल है। सूची में यह भी कहा गया है कि ये पटवारी व सहायक काम करवाने के नाम पर लोगों से पैसे लेते हैं। इस संबंध में जो भी विभाग के उच्च अधिकारियों या फिर सरकार के निर्देश होंगे उनके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।