झज्जर. हाल ही में बहादुरगढ़ के सांखोल गांव के विकास चौधरी सेना में मेजर जनरल (Major General) के पद पर पदोन्नत हुए हैं. उनकी इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके पैतृक गांव सांखोल बल्कि बहादुरगढ़ के लोगों में भी काफी खुशी है. विकास चौधरी (Vikas Chaudhary) कर्नल कृष्ण चौधरी के सुपुत्र हैं. विशाल का छोटा भाई विशाल चौधरी भी एयरफोर्स में पायलट थे और विंग कमांडर के पद पर सेवानिवृत्त हुए थे. विशाल आजकल सिविल एविएशन में अपनी सेवाएं दे रहै है.
विकास चौधरी के अंदर देशभक्ति का जज्बा बचपन से ही था. इसलिए उन्होंने देश सेवा के लिए एनडीए को चुना. उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी पुणे से अपनी पढ़ाई पूरी की और इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून से 1991 में कमीशंड हुए. जिसके बाद थर्ड राजपूताना राइफ़ल्स में तैनाती मिली.
विकास चौधरी सिक्किम पंजाब अंडमान निकोबार और चाइना बॉर्डर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2008-10 में थर्ड राजपूताना राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर भी रह चुके हैं. इसके बाद विकास चौधरी ने कर्नल के पद पर रहते हुए चीन स्थित भारतीय दूतावास में डीए के पद पर 3 साल अपनी सेवाएं दी. बाद में ब्रिगेडियर के पद पर रहते हुए उन्होंने नॉर्थ ईस्ट सेक्टर में अपनी सेवाएं दी थी और अब नेशनल डिफेंस कालेज से हायर कोर्स करके मेजर जनरल के पद पर तैनात हुए हैं.
मेजर जनरल विकास चौधरी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है. इनका पूरा परिवार देश सेवा करने के लिए सेना में तैनात रहा है. मेजर जनरल विकास चौधरी ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय पिता कर्नल कृष्ण चौधरी और मां रूपा चौधरी को दिया है. मेजर जनरल विकास चौधरी का कहना है कि वह अपनी आखरी सांस तक देश की सीमा पर तैनात रहकर देश की सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने क्षेत्र के युवाओं से सेना में अपना करियर बनाने की अपील भी की है. इस अवसर पर झज्जर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष देवेन राठी, क्रिकेट कोच राकेश चोपड़ा ने भी विशाल को शुभकामनाएं दी हैं.