कैथल के कोटड़ा गांव के तालाब में मिली एक व्यक्ति की हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए स्पेशल डिटेक्टिव स्टाफ ने दो आरोपी गिरफ्तार किए। दोनों आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश किए गए। जहां से आरोपियों से व्यापक पूछताछ व बरामदगी के लिए न्यायालय से 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
रविवार को डीएसपी रविंद्र सांगवान ने जानकारी देते हुए बताया कि पूंडरी थाना में पुलिस को दी शिकायत अनुसार, भाणा निवासी सुमन ने बताया कि उसका भाई सुरेश अविवाहित था और गांव में ही रहता था। सुरेश गांव के ही जसविंद्र की गाड़ी पर ड्राइवरी करता था। जसविंद्र ने कुछ महीने पहले उसके भाई पर 60 हजार रुपए चोरी करने के आरोप लगाए थे।
उसके भाई के साथ मारपीट भी की थी। 17 मार्च को वह अपने ससुराल से अपने घर भाना में आई थी तो उसे सुरेश वहां नहीं मिला और घर पर ताला लगा हुआ था। इसके बाद जसविंद्र, रोहित व मनीष उसके घर आए और उन्होंने उसको कहा कि अगर उन्हें सुरेश कहीं मिल गया तो वे उसे होलिका में दहन कर देंगे।
इस धमकी के बाद आरोपियों ने सुरेश को पकड़ कर उसकी पिटाई की और उसको अपने साथ ले गए थे। रात भर सुरेश का कहीं भी पता नही चला। 18 मार्च को फाग के दिन उसके भाई का शव कोटड़ा गांव के तालाब में पड़ा हुआ मिला। उसके भाई के शरीर पर चोटों के काफी निशान थे। जसविंद्र, रोहित, मनीष व अन्य ने उसके भाई की हत्या करके सबूत मिटाने के लिए शव को तालाब में फेंक दिया।
पूंडरी थाना में दर्ज हुआ केस
थाना पूंडरी में उक्त आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा समेत अन्य धाराओं के तहत अभियोग अकिंत किया था। मामले की जांच थाना पूंडरी प्रबंधक एसआई शिव कुमार व स्पेशल डिटेक्टिव स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर सोमबीर की संयुक्त टीम द्वारा गहनता व तत्परता से करते हुए करते हुए एसआई बिजेंद्र द्वारा आरोपी जसविंद्र व रोहित दोनों निवासी भाणा को पाई से गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रांरभिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कबूल किया कि सुरेश ने जसविंद्र के ट्रक से दिंसबर 2021 में 60 हजार रुपए निकाल लिए थे। बार बार रुपए मांगने के बाद भी सुरेश ने रुपए वापस नहीं किए थे। इस बात की रजिंश रखते हुए उन्होंने सुरेश का अपहरण करके उसकी थप्पड़, मुक्कों, डंडे व पट्टे से पिटाई करके उसकी हत्या कर दी।
सबूत मिटाने के लिए रात के अंधेरे में उसकी लाश को बाइक पर ले जाकर गांव कोटड़ा के तालाब में फेंकना कबूल किया। दोनों आरोपी रविवार को न्यायालय में पेश किए गए, जहां से आरोपियों से व्यापक पूछताछ व बरामदगी के लिए न्यायालय से 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया।